गोरखपुर में हिस्ट्रीशीटर पार्षद के घर से चार तमंचा व 12 कारतूस बरामद, भाई सहित गिरफ्तार
शहर के विभिन्न थानों में संगीन धाराओं में सौरभ पर 17 और चंदन पर 23 मुकदमे दर्ज हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। राजघाट इलाके के मिर्जापुर में चर्चित पार्षद सौरभ विश्वकर्मा के घर मंगलवार की रात पुलिस ने दबिश देकर चार तमंचा और 12 कारतूस बरामद किया है। इस मामले में पार्षद और उसके भाई चंदन विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया है। दोनों भाई राजघाट थाने के हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं। शहर के विभिन्न थानों में संगीन धाराओं में सौरभ पर 17 और चंदन पर 23 मुकदमे दर्ज हैं। तमंचा बरामद होने के मामले में राजघाट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है जबकि मेडिकल कालेज गेट पर सपाइयों के साथ प्रदर्शन में शामिल रहने के आरोप में गुलरिहा और चिलुआताल थाने में दर्ज मुकदमे में भी दोनों भाई आरोपित हैं। इसी मामले में पांच थानों की पुलिस रात में पार्षद के घर दबिश देने पहुंची थी।
सपाइयों के साथ दोनो हिस्ट्रीशीटर पहुंचे थे मेडिकल कालेज
सात अगस्त को मेडिकल कालेज परिसर में 300 बेड के कोविड अस्पताल के उदघाटन के मौके पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मेडिकल कालेज में प्रदर्शन करने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों को कालेज परिसर में घुसने से रोकने के लिए पुलिस बल प्रयोग करना पड़ा था। इस मामले में गुलरिहा और चिलुआताल थाने में सपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध धारा 144 और महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने तथा लोक व्यवस्था भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। पार्षद सौरभ विश्वकर्मा और उसका भाई इस मामले में नामजद आरोपित हैं। चूंकी दोनों राजघाट थाने के हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी हैं, इसलिए पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्णय लिया। मंगलवार की रात गुलरिहा, चिलुआताल, राजघाट, कोतवाली और तिवारीपुर थाने की पुलिस दबिश देने पहुंची थी। दोनों भाइयों को हिरासत में लेने के बाद उनके घर की तलाशी ली गई तो 315 बोर का तीन और 12 बोर का एक तमंचा तथा 12 कारतूस बरामद हुआ।
दोनो को भेजा गया जेल
असलहा बरामद होने के मामले में राजघाट इंस्पेक्टर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया था। इसे साथ ही गुलरिहा और चिलुआताल पुलिस ने भी प्रदर्शन के मामले में दर्ज मुकदमे में कोर्ट में अलग-अलग रिमांड पेश किया। तीनों मामलों में आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
सीढ़ी लेकर दबिश देने पहुंची थी पुलिस
पार्षद और उसका भाई शातिर किस्म के बदमाश हैं। इसलिए पुलिस को शक था कि दोनों छत के रास्ते भाग सकते हैं। इसलिए पुलिस टीम सीढ़ी लेकर दबिश देने पहुंची थी। दरवाजा खुलवाने से पहले कई पुलिस वाले सीढ़ी की मदद से पार्षद के घर के छत पर चढ़कर घेराबंदी कर लिए थे। आसपास के घरों की छत पर भी पुलिस वाले तैनात थे।
बिकरू कांड से सबक लेकर सजग थी पुलिस
कानपुर के बिकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था। इसमें एक सीओ सहित नौ पुलिस वाले शहीद हो गए थे। इस घटना से सबक लेकर और दोनों भाइयों के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस काफी सतर्क होकर पहुंची थी। अग्रिम पंक्ति में शामिल पुलिस वाले बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए थे। उनके पीछे रहने वाले पुलिसकर्मी भी बाडी प्रोक्टेक्टर और अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस थे। दबिश में शामिल सभी पुलिस वालों ने टार्च भी ले रखा था। पुलिस ने ड्रैगन लाइट का भी इंतजाम कर रखा था। इस संबंध में सीओ कोतवाली बीपी सिंह ने बताया कि मेडिकल कालेज पर उपद्रव करने वालों में शामिल आरोपित पार्षद और उसके भाई के घर से तमंचे मिले हैं। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। दोनों राजघाट के हिस्ट्रीशीटर हैं।