रिमझिम बारिश के बीच प्रदेश स्तरीय रामलीला मैदान का शिलान्यास Gorakhpur News
बर्डघाट रामलीला मैदान प्रदेश के उन 10 रामलीला मैदानों में शामिल है जिसे संरक्षित करने का फैसला सरकार ने लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। बर्डघाट रामलीला मैदान अब बहुत जल्द बदले स्वरूप स्वरूप में नजर आएगा। अब यह मैदान सिर्फ दशहरे के दौरान ही उत्सवी नहीं दिखेगा बल्कि यहां वर्ष भर आध्यात्मिक माहौल बना रहेगा। लंबी कवायद के बाद इसके संवर्धन और सुंदरीकरण के कार्य की शुरुआत हो गई। महापौर सीताराम जायसवाल और गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह की मौजूदगी में रिमझिम बारिश के बीच निर्माण कार्य का शिलान्यास पूजन संपन्न हुआ। शिलान्यास पूजन में यजमान की भूमिका में रामलीला समिति के अध्यक्ष पंकज गोयल पत्नी प्रीति गोयल के साथ मौजूद रहे।
प्रदेश के दस राम लीला मैदानों में शामिल होगा बर्डघाट का रामलीला मैदान
समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शिलान्यास पूजन का समय सुबह आठ बजे निर्धारित था लेकिन बारिश की वजह से यह आनुष्ठानिक कार्यक्रम 10 बजे शुरू हो सका। एक घंटे चली पूजा में निर्माण कार्य सकुशल संपन्न हो जाने के संकल्प के साथ हुई। बर्डघाट रामलीला मैदान प्रदेश के उन 10 रामलीला मैदानों में शामिल है, जिसे संरक्षित करने का फैसला सरकार ने लिया है। शासन से मिली गाइड लाइन के मुताबिक मैदान को प्रवेश द्वार से ही आध्यात्मिक माहौल दिया जाना है।
मैदान की बाउंड्री के दोनों ओर रामायण के प्रसंग से जुड़ी कहानियां उकेरी जाएंगी। इसके लिए कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस को 4.2 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। स्वीकृत धनराशि का एक हिस्सा संस्था को उपलब्ध करा दिया है। हवन-पूजन के दौरान भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, सराफा मंडल के पूर्व अध्यक्ष शरद चंद्र अग्रहरी, वर्तमान महामंत्री अनूप अग्निहोत्री, स्वर्ण व्यवसायी अतुल सर्राफ आदि मौजूद रहे।
भगवान राम से जुड़े स्थलों के नाम पर होंगे प्रमुख द्वार
रामलीला मैदान के चारों ओर बनने वाले पांच भव्य प्रवेश द्वारों के नाम भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों के नाम पर रखा गया है। इनमें अयोध्या, चित्रकूट, मिथिला, जनकपुरी और पंचवटी है।
कलाकारों के लिए सुविधाएं
मैदान में रामलीला कलाकारों के लिए स्थायी मंच, चेंज रूम, टायलेट ब्लाक, पेयजल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
ऐसे सजेगा बर्डघाट रामलीला मैदान
छह से आठ फीट ऊंची बाउंड्री बनाई जाएगी। सुचारु विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर, हाईमास्ट लाइट का इंतजाम होगा।
किराए की रकम से होगा मेंटिनेंस
एक बार रामलीला मैदान को सजा-संवारने के बाद प्रशासन उसे शपथपत्र लेने के बाद रामलीला समिति को सौंप देगा। उसके बाद उसके मेंटिनेंस की जिम्मेदारी ट्रस्ट की होगी। ट्रस्ट मैदान को निजी कार्यक्रमों के लिए किराए पर दे सकेगा और प्राप्त धनराशि से उसका मेंटिनेंस करेगा। मैदान के आसपास नाली निर्माण और सफाई का इंतजाम नगर निगम करेगा।