पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने नेशनल हाईवे की दुर्दशा पर कसा तंज, लिखा सबका साथ-सबका विकास Gorakhpur News
पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सड़क की बदहाली व वहां लगी ट्रकों की कतार की फोटो ट्वीट किया है। उस पर लिखा है कि सबका साथ सबका विकास।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को तंज कसा है। उन्होंने सड़क की बदहाली व वहां लगी ट्रकों की कतार की फोटो ट्वीट किया है। उस पर लिखा है कि सबका साथ सबका विकास।
गोरक्षनगरी से काशी नगरी को जोड़ने वाला है यह मार्ग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को जोडऩे वाली इस सड़क की स्थिति ठीक नहीं है। मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस की समीक्षा बैठक में इस राजमार्ग की दयनीय दशा पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने अधिकारियों को जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया था। मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हैं। बारिश के दिनों में इनकी वजह से काफी दिक्कत होती है। गोरखपुर से बड़हलगंज तक का ही सफर पूरा करने में करीब तीन-साढ़े तीन घंटे का वक्त लगता है। इस सड़क को फोरलेन करने का काम 2017 के अप्रैल में शुरू हुआ था। लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है।
दो बार योगी लगा चुके हैं फटकार
उल्लेखनीय है कि गोरखपुर से बड़हलगंज की सड़क चलने लायक नहीं है। इस सड़क का निर्माण लंबे समय से हो रहा है। निर्माण एजेंसी भी सुस्त रफ्तार से काम कर रही है। कुछ दिन काम करने के बाद निर्माण बंद कर देती है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो बार सिर्फ इसी सड़क की प्रगति की समीक्षा की थी। काम में देरी होने पर फटकार भी लगाई थी। तब निर्माण एजेंसी ने शीघ्र काम पूरा करने करने को वादा किया था। मुख्यमंत्री की फटकार के बाद कुछ दिनों तक तो सड़क निर्माण होता रहा। लगा कि जल्द ही इसकी दशा सुधर जाएगी। लोग राहत महसूस करने लगे थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
निर्माण एजेंसी का काम धीमा
निर्माण एजेंसी ने फिर मनमानी शुरू कर दी। सड़क निर्माण की रफ्तार एक धीमी कर दी। सड़क की स्थिति ऐसी है कि यदि एक बार यात्रा कर ली जाए तो व्यक्ति दोबारा उस रास्ते जाना पसंद नहीं करता है। वह किसी दूसरे रास्ते का विकल्प ढूढ लेता है। इसके लिए भले ही उसे दोगुने समय में यात्रा पूरी करनी हो। अब तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस सड़क को लेकर व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है।