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सुबह कोहरा दिन में साफ रह सकता है आसमान

बारिश के बाद अब आसमान पूरी तरह साफ हो गया है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि 15 जनवरी को सुबह मध्यम से घना कोहरा छाया रह सकता है। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह सकता है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 02:25 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 02:25 PM (IST)
सुबह कोहरा दिन में साफ रह सकता है आसमान
सुबह कोहरा दिन में साफ रह सकता है आसमान। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बारिश के बाद अब आसमान पूरी तरह साफ हो गया है। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पाण्डेय ने पूर्वानुमान जताया है कि 15 जनवरी को सुबह मध्यम से घना कोहरा छाया रह सकता है। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह सकता है। सुबह पुरुवा हवा चल सकती है। दोपहर बाद पछुआ हवा चलने के आसार हैं। हवा की गति 4 से 11 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।

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बारिश के बाद तापमान में आई गिरावट

बारिश के तापमान थोड़ी गिरावट आई है। 14 जनवरी को दिन का अधिकतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम 95 फीसद व न्यूनतम 66 फीसद रही। पछुआ हवाएं अधिकतम नौ किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलीं।

बारिश से गेहूं की फसल को मिलेगा लाभ

उप निदेशक कृषि संजय सिंह ने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश से गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। उप निदेशक ने कहा कि जिले में 90 फीसद कृषि क्षेत्रफल में गेहूं की फसल बोई गयी है। बारिश के चलते गेहूं की पहली सिंचाई की आवश्यकता पूर्ण हो चुकी है। गेहूं की सिंचाई आवश्यकतानुसार क्रांतिक अवस्थाओं में ही की जानी चाहिए। इन अवस्थाओं में जल की कमी होने पर फसल पर भारी कुप्रभाव पड़ता है।

गेहूं की फसल की करें हल्‍की सिंचाई

गेहूं की फसल में सदैव हल्की सिंचाई करें और खेत में जल भराव न करें। पहली सिंचाई 20-25 दिन (ताजमूल अवस्था), दूसरी सिंचाई 40-45 दिन में(कल्ले निकलते समय), तीसरी सिंचाई 60-65 दिन (गांठ बनते समय), चौथी सिंचाई 80-85 दिन (पुष्पावस्था) में तथा पांचवीं सिंचाई 100-115 दिन(दुग्धावस्था) पर नमी की कमी होने पर की जानी चाहिए। सिंचाई के साधन की उपलब्धता एवं खेंत में नमी की अवस्था के आधार पर सिंचाई की संख्या में कमी की जा सकती है। इससे गेहूं का उत्पादन अच्छा होता है।


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