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ट्रेनों की रफ्तार पर कोहरे का ब्रेक, 75 किमी प्रति घंटे से आगे नहीं बढ़ेगी कोई ट्रेन Gorakhpur News

दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए रेलवे प्रशासन ने सभी ट्रेनों के इंजनों में फाग सेफ डिवाइस लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा फाग सेफ डिवाइस लगी सभी ट्रेनों की रफ्तार भी निर्धारित कर दी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 11:21 AM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 11:21 AM (IST)
कोहरे के कारण ट्रेनों की स्‍पीड पर ब्रेक लग गया है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। कोहरे के साथ ही रेलवे प्रशासन ने अपनी सतर्कता भी बढ़ा दी है। दुर्घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की रूटों पर चलने वाली यात्री ट्रेनों के अलावा सभी मालगाड़ियों के  इंजनों में भी फाग सेफ डिवाइस लगने लगी है।

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फाग सेफ डिवाइस सिग्नल के 500 मीटर पहले ही लोको पायलटों को सतर्क करने लगती है। डिवाइस में साउंड सिस्टम लगा होता है। सिग्नल और समपार फाटकों से पहले ही डिवाइस के सिस्टम से आवाज आने लगती है। फिलहाल, दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए रेलवे प्रशासन ने सभी ट्रेनों के इंजनों में फाग सेफ डिवाइस लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके अलावा फाग सेफ डिवाइस लगी सभी ट्रेनों की रफ्तार भी निर्धारित कर दी है। गाड़ियां अधिकतम 100 की जगह 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई जा रही हैं। जिन ट्रेनों में यह डिवाइस नहीं है, उनकी अधिकतम रफ्तार 60 किमी प्रति घंटे निर्धारित है। सभी ट्रेनों की रेक में सबसे पीछे लगने वाले कोच में लाल बत्ती की जगह फ्लैशिंग टेल लैंप लगाई जा रही हैं। लोको पायलटों को समपार फाटकों पर ट्रेनों को नियंत्रित कर चलाने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। फाटकों पर सीटी बजाना अनिवार्य है।

एक माह तक आयोजित नहीं होंगे पुनश्चर्या पाठ्यक्रम

सहायका लोको पायलटों, लोको पायलटों और गार्डों की पर्याप्त उपस्थिति बनी रहे, इसके लिए 15 दिसंबर से 31 जनवरी के बीच  पुनश्चर्या पाठ्यक्रम और मेडिकल परीक्षण के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। इस दौरान संबंधित अधिकारी व कर्मचारी रात के समय इंजनों पर चलकर फुटप्लेटिंग (नजदीक से रेल लाइन का निरीक्षण) करेंगे। वर्तमान गोरखपुर रूट से होकर 21 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं।

अपनाए जा रहे यह मानक

सभी सिग्नलों पर लगाए जा रहे रिफ्लेक्टर टेप।

सिग्नलों के पास लाइन पर हो रही चूने की मार्किंग।

सिग्नल से पहले रेल लाइनों पर बांधे जा रहे पटाखे।

दृश्यता की जांच के बाद ही ट्रेनों को मिल रहा सिग्नल।

कोहरे में संरक्षित एवं सुरक्षित रेल यात्रा के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। विंटर पेट्रोलिंग की जा रही है। सभी ट्रेन के इंजनों में फाग सेफ डिवाइस उपलब्ध करा दी गई है। फाग के दौरान में लिए जाने वाले सभी सावधानियों के बारे संबंधित कर्मचारियों की काउंसिलिंग की जा रही है। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे- गोरखपुर


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