North Eastern Railway: ठीका पर कार्य करने वाले पांच हजार कर्मियों का कटेगा ईपीएफ व ईएसआइ
कर्मचारियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कार्मिक विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत फर्मों को रेलवे प्रशासन को अपने सभी कर्मचारियों की सूची देनी होगी। वेतन भुगतान के लिए अनिवार्य रूप से खाता खुलवाना होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने दशहरा में रेलवे में ठीका पर कार्य करने वाले करीब 5 हजार प्राइवेट कर्मचारियों को सौगात दी है। अब उन्हें मानदेय, ईपीएफ और ईएसआइ के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वेतन सीधे खाते में जाएगा। ईपीएफ व ईएसआइ भी कटेगा। समय से वेतन देने में हीलाहवाली करने वाली फर्म के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सभी कर्मचारियों की देनी होगी सूची
कर्मचारियों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कार्मिक विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत फर्मों को रेलवे प्रशासन को अपने सभी कर्मचारियों की सूची देनी होगी। वेतन भुगतान के लिए अनिवार्य रूप से खाता खुलवाना होगा। चेक या नकद भुगतान मान्य नहीं होगा। संबंधित पर्यवेक्षक कर्मचारियों के कार्य और उनके वेतन संबंधित मामलों की निगरानी करेंगे। उसकी रिपोर्ट कार्मिक विभाग के वेबसाइट पर लोड करते रहेंगे। ताकि, संबंधित अधिकारियों को आनलाइन जानकारी मिलती रहे।
यहां पर होता है आउटसोर्सिंग से कार्य
दरअसल, स्टेशनों और ट्रेनों की सफाई व खानपान के अलावा रेल लाइनों के विद्युतीकरण, मरम्मत और कारखानों के अधिकतर कार्य आउटसोर्सिंग के जरिये ही होती है। निजी फर्म या एजेंसी निर्धारित शर्तों के मुताबिक प्राइवेट कर्मचारियों से कार्य कराती हैं। लेकिन कार्यदायी संस्थाएं अपने कर्मचारियों को आधा मानदेय ही देती हैं। वह भी समय पर नहीं। यही नहीं वेतन से ईपीएफ और ईएसआई की कटौती भी नहीं करती हैं। इसको लेकर कर्मचारी परेशान रहते हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं होती। संबंधित अधिकारी भी नोटिस नहीं लेते हैं।