गोरखपुर में सूदखोरों से तंग परिवार ने की खुदकुशी, पांच की मौत
गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र में लालडिग्गी के पास मिर्जापुर मोहल्ले में नमकीन फैक्ट्री के मालिक रमेश गुप्ता, पत्नी व तीन बच्चों ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 12:39 PM (IST)Updated: Mon, 04 Feb 2019 02:20 PM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। व्यापार में घाटे के बाद सूदखोरों से तंग परिवार ने खुदकुशी कर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली। व्यापारी ने घर से तीन किलोमीटर दूर रेलवे ट्रैक पर कट कर जान दी जबकि जाने से पहले पत्नी और तीन बच्चों को उसने जहर दे दिया। इस दर्दनाक घटना में पांच लोगों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर स्थिति में बेटी रचना गुप्ता को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
राजघाट क्षेत्र के हसन गंज मोहल्ला निवासी 50 वर्षीय रमेश गुप्ता घी और तेल का कारोबार करते थे। इसके लिए उन्होंने बाजार और बैंक से कर्ज लिया था। परिवार और रिश्तेदारों के मुताबिक व्यापार में काफी नुकसान होने के चलते उन्होंने बाजार से सूद पर भी कर्ज लिया था। इसके पहले उन्होंने नमकीन का भी कारोबार किया था जो नुकसान के चलते बंद हो गया था। बैंक और सूदखोरों के दबाव के चलते रमेश गुप्ता काफी परेशान चल रहे थे। आए दिन दरवाजे पर आकर अपना रुपए वापस मांगने के लिए गाली गलौज भी करते थे।
दो दिन पहले भी उन्होंने घर पर आकर काफी विवाद किया था। रोजाना की परेशानी से आजिज आकर रमेश ने परिवार के साथ खुदकुशी करने का फैसला कर लिया। रविवार की सुबह करीब आठ बजे वह घर से निकल गए। इस दौरान उनके परिवार के लोग कमरे में ही थे। रमेश के जाने के बाद घर में किसी तरह की आहट ना होने पर मकान में ही नीचे के हिस्से में रहने वाले कमरे में गए तो कोई हरकत होती नहीं दिखाई दी। परिवार के लोगों ने ही पानी छिटका तो भी कोई होश में नहीं आया।
इसके बाद उन्होंने आस-पास के लोगों को बुलाया तो मौके पर रमेश गुप्ता की पत्नी सरिता की मौत हो चुकी थी इसके अलावा बेटी पायल और बेटे आयुष की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग और रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में महापौर सीताराम जायसवाल एसएसपी ग्रामीण क्षेत्र के विधायक समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। सिटी मजिस्ट्रेट अजीत कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
राजघाट क्षेत्र के हसन गंज मोहल्ला निवासी 50 वर्षीय रमेश गुप्ता घी और तेल का कारोबार करते थे। इसके लिए उन्होंने बाजार और बैंक से कर्ज लिया था। परिवार और रिश्तेदारों के मुताबिक व्यापार में काफी नुकसान होने के चलते उन्होंने बाजार से सूद पर भी कर्ज लिया था। इसके पहले उन्होंने नमकीन का भी कारोबार किया था जो नुकसान के चलते बंद हो गया था। बैंक और सूदखोरों के दबाव के चलते रमेश गुप्ता काफी परेशान चल रहे थे। आए दिन दरवाजे पर आकर अपना रुपए वापस मांगने के लिए गाली गलौज भी करते थे।
दो दिन पहले भी उन्होंने घर पर आकर काफी विवाद किया था। रोजाना की परेशानी से आजिज आकर रमेश ने परिवार के साथ खुदकुशी करने का फैसला कर लिया। रविवार की सुबह करीब आठ बजे वह घर से निकल गए। इस दौरान उनके परिवार के लोग कमरे में ही थे। रमेश के जाने के बाद घर में किसी तरह की आहट ना होने पर मकान में ही नीचे के हिस्से में रहने वाले कमरे में गए तो कोई हरकत होती नहीं दिखाई दी। परिवार के लोगों ने ही पानी छिटका तो भी कोई होश में नहीं आया।
इसके बाद उन्होंने आस-पास के लोगों को बुलाया तो मौके पर रमेश गुप्ता की पत्नी सरिता की मौत हो चुकी थी इसके अलावा बेटी पायल और बेटे आयुष की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग और रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए। कुछ ही देर में महापौर सीताराम जायसवाल एसएसपी ग्रामीण क्षेत्र के विधायक समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। सिटी मजिस्ट्रेट अजीत कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
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