Santkabir Nagar : पांच दिन पहले रैली में एक ही मोटरसाइकिल पर दिखे थे सांसद और विधायक
संतकबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच प्रभारी मंत्री के सामने ही जूतमपैजार को लेकर भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी मूल कारण नहीं समझ पा रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। संतकबीर नगर के भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी और मेहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच प्रभारी मंत्री के सामने ही जूतमपैजार को लेकर भाजपा और उसके आनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मूल कारण नहीं समझ पा रहे हैं। दो मार्च को वायुसेना के पायलट अभिनंदन के वापस लौटने पर आयोजित मोटरसाइकिल रैली में दोनों एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकले थे। चार दिन बाद ऐसा क्या हुआ कि बैठक के दौरान ही अशोभनीय घटना सामने आई।
वैसे तो मेहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल की राजनैतिक पृष्ठभूमि सिंह युवा वाहिनी की रही है परंतु वर्तमान में उन्हें भाजपा द्वारा पहली बार टिकट नहीं दिया गया था बल्कि 2012 में भी वह भाजपा से ही मेहदावल विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार रहे थे। शरद त्रिपाठी के सांसद बनने के बाद उन्हें विधायक बनने का मौका मिला। लगभग दो वर्ष के एक साथ के कार्यकाल में दोनो के मन में क्या रहा यह सामने तो नहीं आया परंतु पार्टी के कार्यक्रमों में दोनो लोगों को कई बार साथ रहकर एक दूसरे की तारीफ की जाती रही। हियुवा के जिला प्रभारी आनंद शंकर पाठक ने कहा कि विवाद इतना कैसे बढ़ा यह समझ से परे है, वहीं हियुवा के जिला संरक्षक वेद प्रकाश ङ्क्षसह ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अनबन की जानकारी नहीं होने की बात कही।
वर्चस्व को लेकर हुई लड़ाई?
सांसद और विधायक के बीच मारपीट की घटना को लेकर अधिकांश लोगों द्वारा इसे वर्चस्व से जोड़कर देखा जा रहा है। दोनो युवा नेताओं के बीच शिलापट्ट को लेकर बात इस कदर बढ़ जाएगी कि कार्यकर्ताओं और पार्टी के पदाधिकारियों को बैकफुट पर जाकर जनता के सामने जवाब देने से मुंह चुराने की नौबत आएगी यह किसी को अंदाजा नहीं था।
सोशल मीडिया पर खूब हुई जुबानी जंग
जूताकांड को लेकर कलेक्ट्रेट ही नहीं सोशल मीडिया भी जंग का मैदान बना रहा। दोनों पक्षों के समर्थकों के विपक्षी पार्टियों ने भी भाजपा की इस अंदरुनी कलह पर जमकर चुटकी ले रहे हैं।
विधायक ने फेसबुक पर समर्थकों को बंधाया धैर्य
धरना खत्म होने के बाद ही राकेश ङ्क्षसह बघेल ने फेसबुक पर पोस्ट करके समर्थकों से धैर्य रखने को कहा। उन्होंने हिसाब बराबर करने का भी उल्लेख किया है। फेसबुक पोस्ट पर पोस्ट आने के बाद कमेंट और लाइक का सिलसिला शुरू हुआ है। लोग फेसबुक पोस्ट पर भी सांसद के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
सपा नेता ने किया तीसरे व्यक्ति की ओर इशारा
मेहदावल से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके जयराम पांडेय ने फेसबुक पर लिखा कि, इस कुकृत्य घटना की मैं कड़ी ङ्क्षनदा करता हूं, मेरे जनपद का दुर्भाग्य है कि सूफी संतकबीर की नगरी को शर्मसार किया जा रहा है। इस घटना में तीसरा व्यक्ति दोषी है, कार्रवाई होनी चाहिए।
भाई लोग, संतकबीर नगर में कुछ हुआ है क्या
विवेक पांडेय ने लिखा, ये लड़ नहीं रहे थे बल्कि भारत पाकिस्तान के युद्ध का अभ्यास कर रहे थे। शंभूनाथ तिवारी 11.20 बजे अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि, संतकबीरनगर की घटना में कुछ लोग जातिवादी जहर घोलना चाहते हैं, ठाकुर बनाम ब्राह्मण न करें भाई .....। विवेक छापडिय़ा इसी पोस्ट का प्रत्युत्तर देते हुए लिखते हैं कि ऐसा जहर कोई नहीं घोल रहा है, आपको ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हो सके इस पोस्ट को हटाना सही होगा। संतबली अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि - पत्थर पर नाम लिखवाने के लिए इस तरह का व्यवहार। पूरी तरह से निन्दनीय...।