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आसमान में आग का गोला बन गया था विमान, पायलट की जांबाजी से टला हादसा

लड़ाकू विमान आसमान में आग का गोला बन गया था। नीचे घनी आबादी थी। आबादी के लोग देख रहे थे कि अब गिरा कि तब गिरा---।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 07:21 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 07:21 PM (IST)
आसमान में आग का गोला बन गया था विमान, पायलट की जांबाजी से टला हादसा
आसमान में आग का गोला बन गया था विमान, पायलट की जांबाजी से टला हादसा

गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर जिले के हेतिमपुर सदर टोला भैंसहा में सोमवार को हुए विमान हादसे में पायलट ¨वग कमांडर कटोच की जांबाजी से एक बड़ा हादसा टल गया। यदि लड़ाकू जगुआर मिग- 21 विमान रिहायशी इलाके में गिरा होता तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी। घटना स्थल से सटे ही घनी आबादी है तो अगल-बगल कई छोटे-बड़े विद्यालय हैं। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो लड़ाकू विमान आसमान में ही तेज धमाके के साथ आग का गोला बन गया था और गिरते ही धूं-धूं कर जलने लगा। कुछ ही देर बाद दूसरा भी विस्फोट हुआ। इससे पूर्व ही पायलट विमान को आबादी से दूर छोटी गंडक नदी के किनारे निर्जन स्थान की ओर मोड़ कर खुद पैराशूट से कूद गया। यूं ही नहीं कहा जाता कि सेना का हर जवान देश और देश वासियों के लिए पूरी तरह समर्पित होता है। इसका जीता-जागता प्रमाण आज यहां लोगों ने देखा। आसमान में विमान जल रहा था। विस्फोट हो रहा था। लगातार वह आबादी के करीब नीचे की ओर बढ़ रहा था। लोगों की सांसे थम गई थीं, लग रहा था कि आग का गोला बना विमान आबादी पर अब गिरा-तब गिरा, लेकिन पायलट की सूझबूझ ने सैकड़ों लोगों की जान बचा ली। पायलट जांबाजी दिखाते हुए अपनी जान की बाजी लगा कर जलते विमान को आबादी से दूर ले जाने में कामयाब रहा। इस तरह बहुत बड़ा हादसा होते-होते बचा। सभी लोगों ने मुक्त कंठ से जांबाज पायलट की सराहना की और उसके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना की।

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एयरफोर्स की पुलिस ने शुरू की जांच

हेतिमपुर के सदर टोला में लड़ाकू विमान क्रैश होने के बाद लोगों में इस बात को लेकर दहशत था कि कहीं इसमें बम अथवा लांचर न हो, क्योंकि वायु सेना के बम अथवा लांचर के विस्फोट के बाद पूरा इलाका ही तहस-नहस हो सकता था। लोगों का यह अंदेशा उस समय दूर हो गया, जब गोरखपुर एयरफोर्स से आई तकनीकी टीम ने बताया कि इसमें ऐसा कुछ भी नहीं था। रेस्क्यू टीम ने बताया कि गोरखपुर वायु सेना एयरपोर्ट से तीन लड़ाकू विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर निकले थे। साथ के पायलटों ने विमान में आग लगने की सूचना कंट्रोल रूम को दी थी। गोरखपुर से आए एक विमान दुर्घटना स्थल के ऊपर गतिविधियों की निगरानी करता रहा और कुछ ही देर के बाद एयरफोर्स का एयर एंबुलेंस (हेलीकाप्टर) घटना स्थल से लगभग दो सौ मीटर दूर एक खाली खेत में उतरा। जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ¨सह, एसपी राजीव नारायण मिश्र आदि प्रशासनिक टीम घायल पायलट ¨वग कमांडर कटोच को चिकित्सालय लाने की तैयारी में थी, लेकिन गोरखपुर से आए चिकित्सक दल ने उसे अपने साथ ले जाने को कहा। तत्काल पायलट को स्ट्रेचर की सहायता से एयर एबुंलेंस पहुंचाया गया। एयरफोर्स गोरखपुर की पुलिस टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर मलवा और घटना स्थल को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।


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