समिति से नहीं मिल रही खाद, किसान परेशान
कुशीनगर में गेहूं की खेती की तैयारी कर रहे किसानों को एक बार फिर खाद की कमी के संकट का सामना करना पड़ रहा है एक बार किसी समिति पर खाद मिलने की सूचना मिल रही है तो किसान सुबह से ही लाइन लगा ले रहे हैं खाद न मिलने पर निराश लौट रहे हैं।
कुशीनगर : रबी की फसलों की बोआई शुरू हो गई है। सहकारी समिति सरपतही खुर्द में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। जिससे किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। खाद के अभाव में बोआई प्रभावित हो रही है, प्राइवेट दुकानों पर मनमाना कीमत वसूली जा रही है।
विशुनपुरा ब्लाक की सहकारी समिति सरपतही खुर्द से ढोरही, सरपतही, खजुरिया, जड़हां, मिठहां, खजुरिया, पिपरा, पटेरा, चितहां, रामनगर आदि गांव जुड़े हुए हैं। इन गांवों के लोग खाद-बीज के लिए इसी समिति पर निर्भर हैं। समिति में अक्सर ताला बंद रहता है। रामनगर के चौथी सैनी का कहना है कि क्षेत्र के किसी भी समिति पर खाद उपलब्ध होने की सूचना मिल रही है तो सुबह से ही किसानों की लाइन लग जा रही है। सरपतही खुर्द समिति में खाद उपलब्ध नहीं है। खजुरिया के दिवाकर गुप्ता का कहना है कि चार दिन से डीएपी के लिए भटक रहा हूं। कई समितियों का चक्कर लगाने के बाद भी खाद नहीं मिल रही है। खेत तैयार है, खाद के अभाव में बोआई प्रभावित हो रही है। मिठहां माफी गांव के भागवत भी कई दिनों से खाद के लिए चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि समितियों पर खाद की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। विरती निवासी रामनाथ यादव का कहना है कि खाद न मिलने से बोआई बाधित हो गई है। यही स्थिति रही इस बार गेहूं की खेती ठीक से नहीं हो पाएगी तथा उत्पादन पर भी असर पड़ेगा। समिति के सचिव सुभाष सिंह ने बताया कि जीएसटी जमा नहीं होने से समिति पर खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। अगले सप्ताह में खाद उपलब्ध होने की उम्मीद है।