गोरखपुर के रामगढ़ ताल में नौकायन केंद्र पर अब देना पड़ेगा शुल्क
नौकायन का ठीका पाने वाले ठीकेदार की ओर से वहां आने वाले प्रतिव्यक्ति से पांच रुपये की वसूली की जा रही है। इसके पीछे तर्क है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। रामगढ़ताल क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौकायन केंद्र पर स्पीड बोट, जेट स्की से ताल में भ्रमण की सुविधा दी गई है। ताल में भ्रमण करने के लिए शुल्क भी निर्धारित है लेकिन पिछले कुछ दिनों से नौकायन केंद्र पर प्रवेश के लिए भी शुल्क लिया जा रहा है। नौकायन का ठीका पाने वाले ठीकेदार की ओर से वहां आने वाले प्रतिव्यक्ति से पांच रुपये की वसूली की जा रही है। इसके पीछे तर्क है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। पर, अचानक लगे इस शुल्क को लेकर आए दिन नोकझोक भी हो रही है।
साल के पहले दिन 20 लोगों की भीड़
नए साल के पहले दिन नौकायन केंद्र पर जबरदस्त भीड़ थी। एक अनुमान के मुताबिक 15 से 20 हजार लोग पूरे दिन में वहां पहुंचे थे। यह भीड़ केवल शहर की नहीं थी, अपितु गोरखपुर के ग्रामीणांचल क्षेत्र से आए हुए लोगों की थी। वह देखना चाहते थे कि रामगढ़ ताल में क्या नया हो रहा है। उसके बाद से ही वहां पांच रुपये का शुल्क लगा दिया गया। पैसा वसूलने वाले कर्मचारी दावा करते हैं कि यह व्यवस्था पर्यटन विभाग से लेकर अन्य विभागों के अधिकारियों के संज्ञान में है। पर, अधिकारी शुल्क लिए जाने की जानकारी से इनकार करते हैं। हालांकि गोरखपुर विकास प्राधिकरण शुल्क लेने की तैयारी कर रहा है।
रोज आते हैं सैकड़ों लोग
नौकायन केंद्र पर प्रतिदिन सैकड़ों लोग आते हैं। पहले निश्शुल्क वहां लोग जाते थे लेकिन अब कोरोना संक्रमण से बचाव के नाम पर शुल्क लगाया जा रहा है। वसूले जा रहे शुल्क का इस्तेमाल कौन कर रहा, इस बात की जानकारी किसी को नहीं है।
जीडीए कर रहा तैयारी
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। इस संबंध में पूछने पर जीडीए उपाध्यक्ष अनुज ङ्क्षसह ने बताया कि शुल्क लगाने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में शुल्क लिए जाने की जानकारी प्राधिकरण के पास भी नहीं है।