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Coronavirus से जुड़ी राहत भरी खबर, खत्म हुई विदेश से आए लोगों में संक्रमण की आशंका

Coronavirus विदेश से आए लोगों में कोरोना संक्रमण की आशंका खत्म हो गई है। कुल 523 लोग विदेश से जिले में आए थे ये सभी लोग क्वारंटाइन से बाहर आ गए है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 10:05 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 08:08 AM (IST)
Coronavirus से जुड़ी राहत भरी खबर, खत्म हुई विदेश से आए लोगों में संक्रमण की आशंका
Coronavirus से जुड़ी राहत भरी खबर, खत्म हुई विदेश से आए लोगों में संक्रमण की आशंका

गोरखपुर, जेएनएन। विदेश से आए लोगों में कोरोना संक्रमण की आशंका खत्म हो गई है। कुल 523 लोग विदेश से जिले में आए थे, ये सभी लोग क्वारंटाइन से बाहर आ गए है। किसी को कोई परेशानी नहीं हुई और न ही कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर आए। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अब उन्हें होम क्वारंटाइन से मुक्त कर दिया गया है लेकिन लॉकडाउन का पालन करने को कहा गया है।

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चीन के वुहान से आए थे दो लोग

देश में कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में करीब दो माह पहले चीन के वुहान से आए दो लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे लेकिन वे निगेटिव आए थे। करीब 18 दिन पूर्व चीन से लौटे चौरीचौरा के एक युवक को गले में खराश होने की वजह से मंगलवार को टीबी अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया था, उसका सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया जो निगेटिव आया है। जो लोग भी विदेश से आए, उनकी स्क्रीनिंग दिल्ली, मुंबई व कोलकाता के एयरपोर्ट पर हो चुकी थी। गोरखपुर एयरपोर्ट पर भी उनकी दोबारा जांच की गई थी लेकिन संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए थे। एहतियात के तौर उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया था।

कोरोना पाजिटिव जमाती की बहू समेत आठ की जांच रिपोर्ट निगेटिव

उधर, महराजगंज में कोरोना पाजिटिव जमाती की बहू समेत आठ की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। किसी में कोरोना का लक्षण नहीं मिला है। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जहां राहत की सांस ली है, वहीं उनके परिजनों के चेहरों पर भी चमक झलक रही है। दरअसल, राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में महराजगंज जिले के 21 लोग शामिल हुए थे। कोल्हुई और पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के इन जमातियों को एक अप्रैल को जिला महिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। इनमें छह की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। इस कारण स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनके परिवार के 36 सदस्यों को जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया था। हालांकि इन सभी की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। लेकिन कोल्हुई के एक परिवार की एक बहू अपने मायके चली गई थी। इस कारण उसे क्वारंटाइन नहीं किया जा सका था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार की देर रात उसे मायके के आठ सदस्यों सहित जिला महिला अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में भर्ती कराया था और सोमवार को जांच के लिए नमूना भेजा था। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके राय ने कहा कि सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है।

कुशीनगर के दो जमातियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव

कुशीनगर के गांव अमवा जंगल से रविवार की रात पकड़े गए दो जमातियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। दोनों में कोरोना का लक्षण नहीं मिले हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली है। रविवार रात को गांव अमवा जंगल स्थित एक मकान से कोतवाली पुलिस ने हासिम निवासी नागौन थाना सदर आसाम व यशोधर अली निवासी कुमरी डूभी पोस्ट जमूना भूख थाना कामपुर जिला होजई आसाम को पकड़ जिला अस्पताल भेजा था। दोनों के दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होने की बात सामने आई थी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इनका नमूना जांच के लिए गोरखपुर मेडिकल कालेज भेजा गया था। एसपी विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि दोनों की जांच रिपोर्ट मंगलवार को प्राप्त हो गई, जो निगेटिव आई है। दोनों अस्पताल में डाक्टरों की देख-रेख में हैं।

अब हर बाहरी व्यक्ति से पूछा जाएगा यात्रा विवरण

अभी तक केवल विदेश से आने वालों की जांच की जाती थी, लेकिन अब नियमों में बदलाव हुआ है। अन्य राज्यों से आने वालों की भी जांच की जाएगी। इसलिए बाहर से आने वाले तथा कंट्रोल रूम में फोन करने वाले हर व्यक्ति से यात्रा विवरण (ट्रेवल हिस्ट्री) पूछा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस कंट्रोल रूम के नंबर पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में फोन आ रहे हैं। मौसम में बदलाव के चलते सामान्य बुखार व सर्दी- जुकाम में भी लोग भयभीत होकर फोन कर रहे हैं। आवश्यकतानुसार उन्हें सलाह भी दी जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि फोन करने वाले लोगों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उनसे किसी विदेशी नागरिक के संपर्क में आने की जानकारी भी मांगी जाती है। अब दूसरे राज्यों की यात्रा का विवरण भी जुटाया जाएगा। 

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने की तैयारी, टीबी अस्पताल के क्वारंटाइन वार्ड में तैनात होंगे आयुष डॉक्टर

गोरखपुर के टीबी अस्पताल, नंदानगर में 90 बेड का क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है। यहां तीन आयुष डॉक्टर तैनात किए जाएंगे, उनकी ट्रेनिंग हो चुकी है। बाद में जरूरत पडऩे पर इनकी संख्या बढ़ाकर छह कर दी जाएगी। वहां पूर्व से तैनात चार एमबीबीएस डॉक्टरों को आइसोलेशन वार्डों में तैनात किया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि शासन से नया निर्देश आया है। टीबी अस्पताल में ऐसे लोगों को क्वारंटाइन किया जाता है जिन्हें हल्का बुखार या खांसी होती है। ऐसे लोगों की देखभाल अब आयुष डॉक्टर करेंगे। जरूरत पडऩे पर उन्हें पैरासिटामाल या अन्य दवाइयां दे देंगे। जब उनकी तबीयत ज्यादा खराब होगी तो उन्हें सीएचसी चरगांवा या जिला अस्पताल के कोरोना वार्डों में ले जाया जाएगा। इसलिए वहां एमबीबीएस डॉक्टरों की तैनाती जरूरी है।


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