किसानों ने नहर निर्माण कार्य को रोका, खेत में डाला डेरा
विभाग उन्हें पहले ही मुआवजा दे चुका है। लेकिन किसान नए रेट पर मुआवजा की मांग कर रहे हैं। विभाग ने मना कर दिया है। किसानों ने निर्माण रोक दिया है।
By Edited By: Published: Sun, 25 Nov 2018 10:13 AM (IST)Updated: Sun, 25 Nov 2018 10:13 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। पाली ब्लाक के सरयू नहर कैनाल से निकली अलगटपुर माइनर के अधूरे निर्माण को पूरा करने में फिर से पेंच फंस गया है। सरयू नहर निर्माण खंड द्वितीय शोहरतगढ़ की तरफ से कराए जा रहे कार्य को किसानों ने रोक दिया। मुआवजा वितरण में भेदभाव का आरोप लगाते हुए ग्राम सभा भिटिया के किसान अपने खेत में टेंट डालकर डेरा डाल दिए हैं। हालांकि विभाग के अफसर किसानों को मनाने की कोशिश में जुटे रहे मगर किसान समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
पाली ब्लाक के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए सरयू नहर कैनाल के जरिये सहजनवां तक पानी पहुंचाने के लिए नहर बनाई गई है। इसके अलावा अलगटपुर माइनर के नाम से शाखा भी निकली है, जो चोरमा रेगुलेटर के पास जा कर समाप्त हो जाती है। शाखा के निर्माण के समय सैकड़ों किसानों की जमीन का अधिग्रहण सरयू नहर निर्माण खंरू शोहरतगढ के द्वारा किया गया। उस समय मुआवजा को लेकर विवाद बढ़ा तो कुछ किसान कोर्ट चले गए। इस बीच कई किसानों को मुआवजा देकर विभाग ने जमीन की रजिस्ट्री करा ली। कोर्ट की तरफ से सर्किल रेट के चार गुने दाम पर खरीद करने का निर्देश दिया गया लेकिन पहले ही रजिस्ट्री कर चुके किसान वर्तमान दर पर भुगतान की मांग पर अड़े हुए हैं।
किसानों का नेतृत्व कर रहे शिवानंद मिश्र ने कहा कि किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई है। किसानों की जमीनों का उचित दर नहीं मिला है। किसान मांगों को लेकर धरना दे रहे है। विभाग के अवर अभियंता कुजेंश कुमार ने कहा कि किसान पहले ही अपनी जमीन की रजिस्ट्री कर चुके हैं, अब नए सिरे से मुआवजा नहीं दिया जा सकता। उन्होंने बताया कि सहायक अभियंता संजय कुमार, सींच पर्यवेक्षक संजय कुमार तथा जिलेदार ¨सहासन प्रसाद के साथ जाकर किसानों से बात की गई है, लेकिन किसान अभी मांगों पर अड़े हैं। धरना देने वालों में रमा शंकर मिश्र, राज कुमार गुप्ता, राम बचन, दीप चंद, बुद्धिराम, हीरा लाल, राम कौशल ¨सह, अज्जीमुल्लाह, जगदीश, राम नारायन, संगीता, शांति, सिद्धू, जितावन आदि शामिल हैं।
पाली ब्लाक के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए सरयू नहर कैनाल के जरिये सहजनवां तक पानी पहुंचाने के लिए नहर बनाई गई है। इसके अलावा अलगटपुर माइनर के नाम से शाखा भी निकली है, जो चोरमा रेगुलेटर के पास जा कर समाप्त हो जाती है। शाखा के निर्माण के समय सैकड़ों किसानों की जमीन का अधिग्रहण सरयू नहर निर्माण खंरू शोहरतगढ के द्वारा किया गया। उस समय मुआवजा को लेकर विवाद बढ़ा तो कुछ किसान कोर्ट चले गए। इस बीच कई किसानों को मुआवजा देकर विभाग ने जमीन की रजिस्ट्री करा ली। कोर्ट की तरफ से सर्किल रेट के चार गुने दाम पर खरीद करने का निर्देश दिया गया लेकिन पहले ही रजिस्ट्री कर चुके किसान वर्तमान दर पर भुगतान की मांग पर अड़े हुए हैं।
किसानों का नेतृत्व कर रहे शिवानंद मिश्र ने कहा कि किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई है। किसानों की जमीनों का उचित दर नहीं मिला है। किसान मांगों को लेकर धरना दे रहे है। विभाग के अवर अभियंता कुजेंश कुमार ने कहा कि किसान पहले ही अपनी जमीन की रजिस्ट्री कर चुके हैं, अब नए सिरे से मुआवजा नहीं दिया जा सकता। उन्होंने बताया कि सहायक अभियंता संजय कुमार, सींच पर्यवेक्षक संजय कुमार तथा जिलेदार ¨सहासन प्रसाद के साथ जाकर किसानों से बात की गई है, लेकिन किसान अभी मांगों पर अड़े हैं। धरना देने वालों में रमा शंकर मिश्र, राज कुमार गुप्ता, राम बचन, दीप चंद, बुद्धिराम, हीरा लाल, राम कौशल ¨सह, अज्जीमुल्लाह, जगदीश, राम नारायन, संगीता, शांति, सिद्धू, जितावन आदि शामिल हैं।
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