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टनल साफ होने तक उत्तराखंड में जमे रहेंगे लापता लोगों के स्वजन Gorakhpur news

चमोली जिले में जोशीमठ तपोवन के पास हुए हादसे में लापता गोरखपुर के लोगों का अभी तक पता नहीं चल सका है। अलग-अलग कंपनियों की ओर से काम करने गए चार लोग लापता हैं और उनके स्वजन उत्तराखंड में रहकर उन्हें तलाश रहे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2021 02:10 PM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 02:10 PM (IST)
टनल साफ होने तक उत्तराखंड में जमे रहेंगे लापता लोगों के स्वजन Gorakhpur news
टनल जब तक साफ नहीं होगी, उत्तराखंड में जमे रहेंगे स्वजन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ तपोवन के पास हुए हादसे में लापता गोरखपुर के लोगों का अभी तक पता नहीं चल सका है। अलग-अलग कंपनियों की ओर से काम करने गए चार लोग लापता हैं और उनके स्वजन उत्तराखंड में रहकर उन्हें तलाश रहे हैं। धीरे-धीरे उनकी उम्मीदें क्षीण होती जा रही हैं, लेकिन टनल साफ होने तक सभी वहीं रुकेंगे और पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद ही घर वापस आएंगे। ओम मेटल कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले जगतबेला क्षेत्र के तीनों लोग इसी टनल में काम कर रहे थे।

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सात फरवरी को उत्‍तराखंड में हुआ था हादसा

सात फरवरी को उत्तराखंड में हुए हादसे में कई लोग लापता हो गए थे। इनमें जिले के गौरा खास निवासी धनुषधारी सिंह, वेद प्रकाश सिंह, बुढ़‍ियाबारी निवासी नागेंद्र सिंह एवं सहजनवां क्षेत्र के केशोकुरहा निवासी शेषनाथ उपाध्याय लापता हो गए थे। धनुषधारी, वेद प्रकाश सिंह एवं नागेंद्र सिंह वहां ओम मेटल कंपनी में वेल्डर के रूप में कार्यरत थे। उनके स्वजन के अनुसार वे टनल में ही काम कर रहे थे। शेषनाथ उपाध्याय फरीदाबाद की एक कंपनी की ओर से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए हादसे से एक सप्ताह पहले ही वहां गए थे। जोशीमठ पहुंचे धनुषधारी के भाई चक्रधारी एवं वेद प्रकाश के स्वजन उदयभान ने बताया कि टनल की सफाई का काम चल रहा है।

अपनी व्‍यवस्‍था से रुके हुए हैं वहां पर

अपनी व्यवस्था से वहां रुके स्वजन लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। उन्हें प्रतिदिन की अपडेट भी मिलती रहती है। उत्तर प्रदेश की ओर से गई टीम से भी उनकी मुलाकात हुई है। उन्होंने बताया कि टनल में फंसे लोगों की तलाश चल रही है। काफी गाद होने के कारण समय लग रहा है। जबतक टनल पूरी तरह साफ नहीं हो जाता, उत्तराखंड में ही रहना है। सभी अपने घर पर हालचाल बताते हैं। हादसे में जान गंवाने वाले कई लोगों के शव बाहर लाए गए हैं, लेकिन पहचानने लायक नहीं है। इधर गोरखपुर में मौजूद परिवार के लोग इंतजार में राह देख रहे हैं और उत्तराखंड गए लोगों से दिन में कई बार हालचाल पूछ रहे हैं।

हालचाल ले रहा प्रशासन

प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवार का हालचाल लिया जा रहा है। जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन एवं एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह के निर्देश पर जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने भी तीन लोगों के स्वजन से बात की। प्रशासन की ओर से हालचाल लेने पर स्वजन ने कुछ राहत महसूस की। कुछ दिन पहले आर्थिक सहायता भी पहुंचाई गई थी।

लापता लोगों के बारे में नहीं मिली कोई सूचना

जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्‍ता ने कहा कि पीड़ि‍त परिवार से संपर्क में हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर उत्तराखंड गए लोगों से भी बातचीत की जा रही है। तीन लोगों के स्‍वजन से बात हुई है। अभी तक लापता लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। लगातार उत्तराखंड के अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है।


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