बेटियों की नृशंस हत्या से स्तब्ध हैं परिजन, ऐसे की गई हत्या
उन्होंने अपनी बेटी की शादी अयोध्या में की थी। उसने अपनी छोटी बहन को ससुराल बुलाया ताकि वह कुछ दिन रह सके।
गोरखपुर, जेएनएन। बस्ती जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के सरैया गांव निवासी संतराम की पुत्री 25 वर्षीय मोनी और उसकी छोटी बहन 16 वर्षीय प्रियंका की नृशंस हत्या से परिजनों के साथ ही गांव के लोग भी स्तब्ध हैं। दोनों के रक्तरंजित शव मोनी की ससुराल अयोध्या के गोसांईगंज क्षेत्र के बोधीपुर गांव में मिला था। उनकी गला रेतकर हत्या की गई थी।
आठ वर्ष पूर्व संतराम ने अपनी सात बेटियों में से दूसरे नंबर की बेटी मोनी की शादी अयोध्या जिले के गोसाईगंज क्षेत्र के बोधीपुर गांव में रामकृष्ण पांडेय के पुत्र इंद्रमणि से की थी। इंद्रमणि लुधियाना में मेहनत मजदूरी करते हैं। घर पर पत्नी मोनी व 11 माह की बेटी पीहू रहते थे। इंद्रमणि का छोटा भाई दिल्ली में मेहनत मजदूरी करता है। पिता रामकृष्ण गांव के बगल गन्ने के क्रेशर पर काम करते हैं। संतराम की चौथे नंबर की बेटी प्रियंका चार दिन पहले ही बड़ी बहन मोनी के बुलाने पर उसके घर गई थी। 22 दिसंबर की शाम दोनों बहनों ने घरवालों से बात भी की थी। 23 दिसंबर की सुबह वह मनहूस फोन आया जिसमें बेटियों के हत्या की खबर दी गई। दोनों बेटियों की एक साथ हत्या किए जाने की जानकारी होते ही पिता बेसुध हो गए। संतराम की 8 संतान है जिनमें 7 बेटी व 5 वर्ष का एक बेटा शिवांश है। संतराम की समझ में नहीं आ रहा है कि दोनो बहनों की गला रेत कर हत्या क्यों की गई। संतराम का कहना है कि अभी तक बेटी के बारे में ससुराल की तरफ से किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा है कि पुलिस यदि चाहेगी तो हत्यारे को जल्द गिरफ्तार कर लेगी।