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फेसबुक पर डालर देने का झांसा देकर ठग लिए एक लाख रुपये

फेसबुक पर चैटिग के दौरान डाक से डालर भेजने के नाम पर ठगे एक लाख रुपये।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 03:30 PM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 03:30 PM (IST)
फेसबुक पर डालर देने का झांसा देकर ठग लिए एक लाख रुपये
फेसबुक पर डालर देने का झांसा देकर ठग लिए एक लाख रुपये

गोरखपुर : जनपद के पीपीगंज क्षेत्र के हरपुर मेथौली निवासी रमेश चंद्र त्रिपाठी से फेसबुक पर दोस्ती कर एक जालसाज ने एक लाख सात हजार रुपये की ठगी कर ली। डालर भेजने का झांसा देकर जालसाज ने उनसे अपने खाते में रुपये जमा करा लिए। इस मामले में थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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रमेश चंद्र त्रिपाठी फेसबुक पर सक्रिय रहते हैं और नए-नए दोस्त बनाते हैं। कुछ दिन पहले फेसबुक पर एक व्यक्ति ने उनको दोस्ती का अनुरोध भेजा। जिसे उन्होंने तत्काल स्वीकार कर लिया। फेसबुक के जरिए बातचीत में रमेश चंद्र की उस व्यक्ति से काफी गहरी दोस्ती हो गई। उस व्यक्ति ने फेसबुक पर रमेश चंद्र को बताया था कि वह विदेश में रहता है। बातचीत के दौरान उसने रमेश को अमेरिकन डालर भेजने का झांसा दिया। डालर भेजने के खर्च के नाम पर उसने उनको एक खाता नंबर देकर उसमें एक लाख सात हजार रुपये जाम करने को कहा।

उसकी बातों में आकर रमेश ने तीन बार में उसके खाते में यह रकम जमा कर दी। पूरी रकम जमा होने के बाद जालसाज ने उनको बताया कि डालर उनको डाक से भेजेगा। इसके बाद से ही वह डाक से डालर आने का इंतजार करने लगे। एक सप्ताह तक रकम न आने पर उन्होंने फेसबुक जरिए जालसाज से संपर्क करने का काफी प्रयास किया लेकिन इसमें सफल नहीं हुए। आखिरकार थाने पहुंचकर उन्होंने इस संबंध में तहरीर दी।

फर्जी जीएसटीएन से चल रही थी दुकान : गोरखपुर में फर्जी जीएसटीएन (माल एवं सेवाकर नंबर) पर माल बेच रहे दुकान पर वाणिज्य कर विभाग की टीम ने छापा मारा। पड़ताल के बाद दुकान के दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है। दुकानदार ने चार लाख रुपये टैक्स जमा किया है। वाणिज्य कर विभाग के अफसर जीएसटी न जमा करने वाले दुकानदारों की जांच कर रहे हैं। रिटर्न की जांच में पता चला कि विंटेज किचेन गोलघर ने कोई टैक्स नहीं जमा किया है। गोपनीय जांच में पता चला कि फर्जी जीएसटीएन से कारोबार किया जा रहा है। एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन रवि सेठ और एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू एसआइबी (विशेष अनुसंधान शाखा) बीएन द्विवेदी के निर्देश पर ज्वाइंट कमिश्नर एसआइबी आरए सोनकर ने टीम के साथ दुकान पर छापा मारा। टीम में असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर अनिल मिश्र, जयंत कुमार सिंह, विजय बहादुर आदि शामिल रहे। दो लाख टैक्स जमा कराया : बिना कागजात और ई वे बिल जब्त दस ट्रक माल को रिलीज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ व्यापारियों ने वाणिज्य कर विभाग की ओर से निर्धारित टैक्स जमा कर माल छुड़ाया। अब भी काफी माल जब्त है। ज्वाइंट कमिश्नर एसआइबी आरए सोनकर ने बताया कि ट्रकों पर जब्त माल छुड़ाने के एवज में अब तक दो लाख रुपये टैक्स जमा कराए गए हैं। अभी तीन लाख रुपये से ज्यादा टैक्स जमा होने की उम्मीद है।


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