अत्याधुनिक बस अड्डे पर आरामदायक सफर, गीडा में बनेगा सुविधा संपन्न प्राइवेट बस टर्मिनल Gorakhpur News
महानगर के प्रवेश द्वारों पर बस टर्मिनल बनाए जाने की योजना है। गीडा में सुविधा संपन्न प्राइवेट बस टर्मिनल के निर्माण की भी कवायद शुरू हो चुकी है। इसके अलावा बशारतपुर में रेलवे बस डिपो और क्षेत्रीय कार्यालय का नया वर्कशाप (कार्यशाला) तैयार हो रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। सरकार की कोशिशों का ही नतीजा है कि अब सरकारी बस से सफर करने में भी लोगों को दिक्कत नहीं होती है। जनरथ, शताब्दी बसों के संचालन के साथ-साथ बस अड्डों को भी अत्याधुनिक किया गया है। नौसढ़ और कचहरी बस डिपो खुल जाने से गोरखपुर से वाराणसी और प्रयागराज मार्ग पर आवागमन और आसान हो गया है। महानगर में जाम पर अंकुश लग गया है। रेलवे बस डिपो को भी सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी माडल) पर अति आधुनिक बनाया जाना है। इसके लिए भी प्रक्रिया शुरू हो गई है।
शहर के प्रत्येक प्रवेश द्वारों पर बनेगा बस अड्डा
इसके अलावा महानगर के प्रवेश द्वारों पर बस टर्मिनल बनाए जाने की योजना है। गीडा में सुविधा संपन्न प्राइवेट बस टर्मिनल के निर्माण की भी कवायद शुरू हो चुकी है। इसके अलावा बशारतपुर में रेलवे बस डिपो और क्षेत्रीय कार्यालय का नया वर्कशाप (कार्यशाला) तैयार हो रहा है। इसके बन जाने से रेलवे बस डिपो परिसर में पर्याप्त जगह मिलेगी। सड़क पर जाम नहीं लगेगा। फिलहाल, परिक्षेत्र के सभी बस डिपो का सौंदर्यीकरण शुरू हो गया है। बसों की अपडेट जानकारी के लिए घोषणा यंत्र व प्रकाश की व्यवस्था हो रही है।
यात्रियों के लिए आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीन
गर्मी में यात्रियों को राहत देने के लिए आटोमेटिक वाटर वेंडिंग मशीन और आरओ प्लांट लगाए जा रहे हैं। सभी डिपो परिसर में अति आधुनिक प्रसाधन केंद्र तैयार किए जाएंगे। यात्री सुविधाओं के तहत यूपी-बिहार बस सेवा के साथ गोरखपुर से मथुरा-वृंदावन और देवीपाटन बस सेवा शुरू की गई है। गोरखपुर से लखनऊ, कानपुर और दिल्ली रूट पर एसी बसों का संचालन शुरू हो गया है। रोडवेज की बसों से दूर-दराज गांवों को भी जोड़ा गया है। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके तिवारी के अनुसार कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराते हुए निर्बाध रूप से बसों का संचालन किया जा रहा है। पिछले साल की तुलना में गोरखपुर परिक्षेत्र ने पांच करोड़ का लाभ कमाया है।