चुनाव में जीत के लिए हर हथकंडा अपना रहे प्रत्याशी
संतकबीर नगर चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी हर तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। दावतों का दौर तेज होने से मीट व मदिरा की बिक्री दो गुना बढ़ गई है। महानगरों से मतदाताओं को बुलाने के लिए दोनों तरफ का टिकट भेजने की भी होड़ मची है।
संतकबीर नगर : चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी हर तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। दावतों का दौर तेज होने से मीट व मदिरा की बिक्री दो गुना बढ़ गई है। महानगरों से मतदाताओं को बुलाने के लिए दोनों तरफ का टिकट भेजने की भी होड़ मची है।
जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य व प्रधान पद के उम्मीदवारों का सर्वाधिक जोर प्रलोभन देकर मतदाताओं का समर्थन प्राप्त करने की ओर है। शौकीनों को शराब के साथ कबाब की दावत दी जा रही है तो शाकाहारी लोगों की थाली में पनीर-पोलाव परोसा जा रहा है। दिन में प्रचार व रात में दावत का दौर हर गांव में चल रहा है।
बर्ड फ्लू के दौर में होने वाले नुकसान की भरपाई मुर्गी फार्म का संचालन करने वाले कर रहे हैं। उत्पादन से अधिक मांग होने के कारण कीमतों में भी जबरदस्त उछाल आया है। हालांकि कीमतों में उछाल का असर कतिपय प्रत्याशियों पर नहीं पड़ रहा है और वे मतदाता की हर मांग पूरी कर रहे हैं। साड़ी, कपड़ा, मिठाई के बीच लिफाफा भी दिया जाने लगा है। आबकारी विभाग के आंकड़े बताते हैं कि देसी, अंग्रेजी व बीयर की बिक्री दोगुना हो गई है। सरकारी दुकानों पर सुबह मदिरा पहुंचती है और शाम तक स्टाक खत्म हो जाता है। जिले में 10 दिन पहले 120 रुपये किलो बिकने वाला मुर्गे का मीट अब 300 रुपये बिक रहा है। हालांकि कीमतों मे उछाल के बाद भी बिक्री दोगुना हो रही है। खलीलाबाद में मीट बेचने वाले शहनवाज कुरैसी ने बताया कि पहले लगभग 30 किग्रा मुर्गे का मीट बेचते थे लेकिन चुनाव में प्रतिदिन 100 किलो बेच रहे हैं। यही जानकारी इलियास, अनवर, रहीस, मुख्तार आदि व्यापारी ने भी दी। सभी ने कहा कि लाकडाउन के नुकसान की भरपाई अब पंचायत चुनावों से हो रही है.