गोरखपुर के हथकरघा बुनकरों को दक्ष बनाने में जुटे विशेषज्ञ Gorakhpur News
हथकरघा पर आधुनिक डिजाइन के उत्पाद तैयार हो इसलिए केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय पूरे देश में बुनकरों को प्रशिक्षण दे रहा है। पहले चरण का प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद बुनकरों को प्रशिक्षण के लिए दूसरे शहरों में भेजा जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। हथकरघा बुनकरों की बेहतरी के लिए बुनकर सेवा केंद्र वाराणसी ने पहल की है। कार्य में दक्षता लाने के लिए सेवा केंद्र ने रसूलपुर में प्रशिक्षण शुरू किया। 45 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ उपायुक्त उद्योग रवि शर्मा ने किया। मास्टर प्रशिक्षक 20 बुनकरों को रंगों का समावेश, नए डिजाइन समेत कई तकनीकी जानकारियों से रुबरू कराएंगे।
हथकरघा पर आधुनिक डिजाइन के उत्पाद तैयार हो इसलिए केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय पूरे देश में बुनकरों को प्रशिक्षण दे रहा है। पहले चरण का प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद बुनकरों को प्रशिक्षण के लिए दूसरे शहरों में भेजा जाएगा, ताकि वे यह देख सके कि दूसरे प्रदेशों के बुनकर कैसा उत्पाद तैयार कर रहे हैं। सहायक आयुक्त उद्योग हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग रामबड़ाई ने बताया कि हथकरघा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बुनकरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वाराणसी से आए विशेषज्ञ बुनकरों को दक्ष बनाने में जुट गए हैं। प्रशिक्षण लेने वाले बुनकरों को प्रतिदिन 220 रुपये मानदेय भी मिलेगा।
पंजीकृत हुए जिले के 1497 निर्माण श्रमिक
प्रदेश के चार वर्ष पूर्ण होने पर श्रम विभाग ने शिविर लगाकर मिशन श्रमिक कल्याण कार्यक्रम के तहत जनपद के 1497 निर्माण श्रमिकों का पंजीकरण किया। इस दौरान उन्हें सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही श्रम कल्याण परिषद की योजनाओं असंगठित कर्मकारों के सामाजिक सुरक्षा एवं प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत लाभान्वित कराए जाने के संबंध में जागरूक किया गया। सहायक श्रमायुक्त वीके श्रीवास्तव ने बताया कि निर्माण श्रमिक श्रम विभाग में पंजीकरण कराकर योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। श्रमिक पंजीकरण के लिए श्रमिक की आयु 18 से 60 वर्ष होनी चाहिए तथा विगत वर्ष में कम से कम 90 दिनों तक निर्माण कार्यों में नियोजित रहा हो। अपने नियोजन के लिए स्व घोषणा पत्र देना होगा। शिविर में श्रमिकों को प्रमुख हितलाभ योजनाओं शिशु हितलाभ योजना, मातृत्व हितलाभ योजना, पुत्री विवाह योजना, दुर्घटना सहायता योजना, मृत्यु सहायता योजना, आवास सहायता योजना तथा शौचालय सहायता योजना आदि से मिलने वाले लाभ के बारे में चर्चा कर उन्हें उप्र भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत पंजीयन कराए जाने के लिए प्रेरित किया गया।