उम्मीदें 2020 : एम्स में शुरू होगी मरीजों की भर्ती, मेडिकल कॉलेज का विस्तार भी होगा Gorakhpur News
उम्मीदें 2020 एम्स गोरखपुर में जून-जुलाई तक 300 बेड का अस्पताल व ऑपरेशन थियेटर शुरू होने की उम्मीद है।
गोरखपुर, जेएनएन। एम्स में नए साल में मरीजों की भर्ती शुरू हो जाएगी। 750 बेड के अस्पताल का निर्माण पूरा होने के करीब है। जून-जुलाई तक शुरुआत में 300 बेड का अस्पताल व ऑपरेशन थियेटर शुरू कर दिया जाएगा। साल के अंत तक पूरा 750 बेड का अस्पताल शुरू हो जाएगा। साथ ही 124 चिकित्सक-शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। जैसे-जैसे चिकित्सक-शिक्षक ज्वाइन करते जाएंगे, नए विभाग भी खुलते जाएंगे। अभी ओपीडी दो तल पर चल रही है, नए साल में इसे दो तल और मिल जाएंगे। आयुष विंग भी खुलने की संभावना है।
मेडिकल कॉलेज में शुरू होगा 500 बेड का अस्पताल
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बन रहा 500 बेड वाला बाल रोग संस्थान इस वर्ष पूर्ण हो जाएगा। इसी के साथ इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही नए साल में एमडी रेडियोलॉजी व एमडी साइकियाट्री की पढ़ाई भी शुरू होगी। अभी केवल एक्सरे की 24 घंटे व्यवस्था है, शेष जांचें दिन में होती हैं। नए साल में अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच की सुविधा भी 24 घंटे मिलने लगेगी। साथ ही एक शव वाहन भी खरीदा जाएगा जो गरीबों के लिए निश्शुल्क रहेगा।
100 बेड टीबी अस्पताल में शुरू होगी भर्ती
नंदानगर में बने 100 बेड टीबी अस्पताल में अभी इमरजेंसी मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। 24 घंटे मरीज भर्ती नहीं किए जाते हैं। नए साल में मरीजों की 24 घंटे भर्ती शुरू हो जाएगी। यहां टीबी के साथ ही प्रसव के लिए महिलाओं की भर्ती होगी। जमीन मिल गई तो अस्पताल के बगल में टीबी ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। जिला अस्पताल में एमआरआइ जांच की सुविधा शुरू होगी। साथ ही मरीजों को पाइप लाइन से ऑक्सीजन मिलने लगेगा।
मार्च तक बन जाएगा मेडिकल कॉलेज रोड
मॉडल रोड के रूप में विकसित की जा रही शहर की अति महत्वपूर्ण सड़क मेडिकल कॉलेज रोड का निर्माण नए वर्ष में मार्च तक पूर्ण कर लिया जाएगा। यह रोड ज्यादातर जगहों पर काफी खराब है। इस रोड पर मेडिकल कॉलेज व कई स्कूल होने से बड़ी संख्या में एंबुलेंस व स्कूली वाहन गुजरते हैं। रोड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। अभी तक इस रोड पर मेडिकल कॉलेज से लेकर एचएन सिंह चौराहा तक पश्चिमी व जेमिनी पैराडाइज तक पूर्वी लेन बनकर तैयार हो चुकी है। शेष को मार्च 2020 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।