महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का शुभांरभ, कार्य परिषद की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय Gorakhpur News
कुलसचिव डा.प्रदीप कुमार राव ने बताया कि बैठक में विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्य दृष्टि मिशन आदि पर चर्चा हुई। इसके बाद उन मानकों को पटल पर रखा गया जो संचालन के लिए जरूरी थे और उन्हें पूरा कर लिया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। कार्य परिषद की पहली बैठक के साथ महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का अनौपचारिक शुभारंभ हो गया। पहले से तय एजेंडे के मुताबिक कार्य परिषद ने विश्वविद्यालय की परिनियमावली पर मुहर लगाई और उसे शासन को भेजे जाने के लिए अनुमोदित कर दिया गया। कई अन्य औपचारिक मुद्दों पर भी कार्य परिषद ने मुहर लगा दी, जो विश्वविद्यालय संचालन के लिए जरूरी हैं।
गुरु श्रीगोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग भी विश्वविद्यालय के दायरे में शामिल
कुलसचिव डा.प्रदीप कुमार राव ने बताया कि बैठक में विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्य, दृष्टि, मिशन आदि पर चर्चा हुई। इसके बाद उन मानकों को पटल पर रखा गया, जो संचालन के लिए जरूरी थे और उन्हें पूरा कर लिया गया है। परिषद ने विश्वविद्यालय के लोगो और कुलगीत को भी संस्तुति दे दी। बैठक के दौरान कार्य परिषद ने परिसर में पहले से संचालित गुरु श्रीगोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग को विश्वविद्यालय के दायरे में समाहित कर लिया।
अब तक गोरखपुर विश्वविद्यालय से था संबद्ध
अबतक वह कालेज दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध था। यह भी निर्णय लिया गया कि जबतक विश्वविद्यालय का अपना पाठ्यक्रम तैयार नहीं हो जाता, अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया पहले की तरह ही चलती रहेगी। परिषद ने विश्वविद्यालय में प्राथमिक तौर पर संचालित होने वाले बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की प्रवेश समिति की सिफारिश को भी मंजूरी प्रदान कर दी।
मिल चुकी है बीएएमएस पाठ्यक्रम की मान्यता
बैठक में जानकारी दी गई कि विश्वविद्यालय में बीएएमएस पाठ्यक्रम शुरू करने की मान्यता मिल चुकी है। गुरु श्रीगोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज परिसर में संचालित करने पर परिषद के सदस्यों ने विचार किया और अपनी राय दी। वित्त अधिकारी और परीक्षा नियंत्रक की जल्द नियुक्ति पर भी मुहर लगी। बैठक की अध्यक्षता कुलपति मेजर जनरल अतुल वाजपेयी ने की। सदस्य के तौर पर योगी मिथिलेश नाथ, रामजन्म सिंह, प्रमथ नाथ मिश्र, डा.सीएम सिन्हा, डा.एसएन सिंह, ब्रह्मदेव, डा.डीएस अजीथा, प्रो.शोभा गौड़ और कुलसचिव डा.प्रदीप कुमार राव मौजूद रहे।