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कोरोना का टीका लगवाने के बाद भी पॉजिटिव हुए तो नहीं जाना पड़ेगा अस्‍पताल, ऐसे होंगे ठीक

कोरोना का टीका लगवाने वाले अधिकांश लोग कोरोना संक्रमण से बच रहे हैं। ज्यादातर होम आइसोलेशन में ठीक भी हो जा रहे हैं। पिछले साल संक्रमित होने के बाद के बाद इस साल भी संक्रमण का शिकार बने लोगों में ज्यादातर को सामान्य दवाएं ही लेनी पड़ रही हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 09:05 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 07:16 PM (IST)
कोरोना का टीका लगवाने के बाद भी पॉजिटिव हुए तो नहीं जाना पड़ेगा अस्‍पताल, ऐसे होंगे ठीक
कोरोना का टीका लगने के बाद लोगों में संक्रमण का खतरा कम हो गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना से जंग जीतने में टीका बड़ा हथियार बन रहा है। कोरोना से बचाव का टीका लगवाने के बाद संक्रमित होने वाले ज्यादातर मरीजों की स्थित गंभीर नहीं हो रही है। यानी टीका लगवाने वाले कोरोना के गंभीर संक्रमण से बच रहे हैं। ज्यादातर होम आइसोलेशन में ठीक भी हो जा रहे हैं। पिछले साल संक्रमित होने के बाद के बाद इस साल भी संक्रमण का शिकार बने लोगों में ज्यादातर को कोविड प्रोटोकाल वाली सामान्य दवाएं ही लेनी पड़ रही हैं।

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कोरोना से बचाव का टीका लगवाने वाले जल्द हो रहे स्वस्थ

16 जनवरी से कोरोना से बचाव का टीका लगाने की शुरुआत हुई थी। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगवाया गया था। ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मियों ने टीका लगवा लिया था। इसका फायदा उन्हें मिल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद कोई संक्रमित नहीं होगा लेकिन यह तय है कि अगर संक्रमित हुए तो शरीर पर वायरस का गंभीर असर नहीं होगा। दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया था, जिसमें ज्यादातर अभी स्वस्थ्य हैं।

ज्यादातर को नहीं पड़ रही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत

चरगांवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डा. स्वाति त्रिपाठी ने 22 जनवरी को कोरोना से बचाव के टीके का पहला डोज लगवाया था। 26 फरवरी को दूसरा डोज लगवाया। होली के पहले डा. स्वाति में कोरोना के लक्षण दिखे तो उन्होंने जांच कराई। रिपोर्ट पाजिटिव आने पर खुद को घर में आइसोलेट कर इलाज शुरू किया। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और ड्यूटी कर रही हैं।

टीका लगवाने पर भी हुए संक्रमित लेकिन नहीं हुआ कोई नुकसान

यही नहीं रुस्तमपुर निवासी डा. मनोज मिश्र स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। उन्होंने कोरोना से बचाव का पहला टीका 28 जनवरी और दूसरा टीका मार्च के पहले सप्ताह में लगवाया था। कुछ दिनों पहले उन्हें कोरोना हुआ लेकिन ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। मनोज बताते हैं कि पिछले साल भी वह पाजिटिव हुए थे, तब सांस लेने में दिक्कत हुई थी, इस बार कोई दिक्कत नहीं हुई।

टीका लगवाने के बाद भी करें बचाव

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि टीका लगवाने वालों में तेजी से एंटीबाडी बन रही है। इनमें से कुछ को कोरोना हुआ तो वह घर में ही रहकर ठीक हो जा रहे हैं। टीका लगवाने के बाद भी कोविड प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।

टीका लगवाने के बाद नहीं हुआ कोई संक्रमित

उधर, कोरोना टीकाकरण के बाद देवरिया में एक भी व्यक्ति अभी तक संक्रमित नहीं हुआ है। कोरोना संक्रमण के खतरे से कोरोना का टीका बचाने व संक्रमण के खतरे को भी कम करने का कार्य कर रहा है। अमूमन कोरोना का टीका लगने के बाद अधिकांश लोगों को सामान्य रूप से बुखार व हरारत की शिकायत रह रही है लेकिन सामान्य दो खुराक पैरासीटामाल खाने के बाद ठीक हो जा रहा है। अभी तक एक भी ऐसा मरीज नहीं मिला है जो गंभीर रूप से बीमार पड़ा हो। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कोरोना टीकाकरण पर सरकार का जोर है। इसे अब आम जन भी बखूबी समझ गया है। यही कारण है कि अधिक से अधिक संख्या में लोग कोरोना का टीका लगवाने केंद्र पर पहुंच रहे हैं।

डा. डीके सिंह ने बताया कि काेरोना का वैक्सीन लगवाने के बाद खतरा कम हो जाता है। वैक्सीन का काम संक्रमण से बचाना नहीं है, उसके खतरे को कम करना है। लोग संक्रमित भी हो सकते हैं लेकिन खतरा कम रहेगा। अभी तक की जांच में अन्य जिले में या अन्य स्थानों पर कोरोना का दोनों डोज लगने के बाद भी अगर कोई संक्रमित हुआ है तो वह सामान्य इलाज से ठीक हो गया है। देखा जा रहा है कि अभी तक एक भी ऐसे मरीज को आइसीयू की जरूरत नहीं पड़ी है।


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