रोमांच भर देगा इस चिडिय़ाघर का एंट्रेंस प्लाजा, ऐसी होगी व्यवस्था Gorakhpur News
गोरखपुर का चिडि़याघर उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा चिडिय़ाघर होगा जहां मनोरंजन और रोमांच का सिलसिला टिकट लेने के साथ ही शुरू हो जाएगा।
गोरखपुर, डॉ. राकेश राय। शहीद अशफाकउल्लाह खां प्राणि उद्यान प्रदेश का पहला ऐसा चिडिय़ाघर होगा, जहां मनोरंजन और रोमांच का सिलसिला टिकट लेने के साथ ही शुरू हो जाएगा। एंट्रेंस प्लाजा न केवल पर्यटकों का भरपूर मनोरंजन करेगा बल्कि उनका वन्य जीव ज्ञान भी बढ़ाएगा।
ओपेन थिएटर भी होगा
4013 वर्ग मीटर वाला प्रवेश द्वार गोरखनाथ मंदिर में पहुंचने का अहसास कराएगा क्योंकि इसका स्वरूप उसी जैसा होगा। सबसे पहले ओपेन एयर थिएटर मिलेगा, जिसमें वन्य जीव से जुड़ी जानकारी और जागरूकता कार्यक्रम देखे जा सकेंगे। इस थियेटर में स्कूली बच्चों के लिए लेजर लाइट-शो भी होंगे। इसमें 100 से अधिक दर्शक बैठ सकेंगे। प्लाजा का दूसरा आकर्षण इंटरप्रेटेशन सेंटर होगा, जिसमें पार्क, सेंचुरी और चिडिय़ाघर में फर्क बताया जाएगा। यहां चिडिय़ाघर के इतिहास, प्रारूप, जानवरों आदि की जानकारी भी दी जाएगी।
प्रदर्शनी हाल भी होगा
प्लाजा परिसर में 380 वर्ग मीटर का एक प्रदर्शनी हाल होगा, जिसमें वन्य जीवों से जुड़ी प्रदर्शनी लगेगी। सोवेनियर शॉप में वन्य जीवों से जुड़ी किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। दर्शकों की सुविधा के लिए एटीएम के साथ सामान सुरक्षित रखने वाले क्लॉक रूम, टॉयलेट ब्लाक और वाटर पोस्ट भी बनाए जाएंगे।
4डी थिएटर में होगा जंगल में होने का अहसास
एंट्रेंस प्लाजा में 4डी थिएटर भी बनाया जा रहा है। इसमें 48 लोग बैठ सकेंगे। शो के दौरान दर्शकों को अहसास होगा कि वह जंगल और जानवरों के बीच में हैं। थिएटर में चारो तरफ से आने वाले जानवरों और हवा की आवाज उन्हें रोमांचित करेगी। हर शो आधे से एक घंटे का होगा। फिलहाल दिन में चार से छह शो होंगे।
चिडिय़ाघर एंट्रेंस प्लाजा एक खूबसूरत प्रयोग है। पूरा विश्वास है कि यह दर्शकों का रोमांच और ज्ञान दोनों बढ़ाएगा। साथ ही चिडिय़ाघर के प्रति पर्यटकों का आकर्षण बढ़ेगा। - संजय कुमार मल्ल, सहायक वन संरक्षक, चिडिय़ाघर