KHichdi Mela: देखा मौत का कुआं, झूलों व व्यंजनों का लिया आनंद Gorakhpur News
गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के बाद श्रद्धालु मेले में पहुंचे। मेले में जिध देखिए हर तरफ माहौल उत्सव व उल्लास से भरपूर था। कहीं गीत बज रहे थे तो कहीं रेलगाड़ी चलने की ध्वनि सुनाई दे रही थी। चारो तरफ आनंदित होने के संसाधन उपलब्ध थे।
गोरखपुर, जेएनएन। खिचड़ी मेला में आनंदित होने के पर्याप्त इंतजाम थे। बड़े व ब'चों को आकर्षित करने के लिए सभी संसाधन मौजूद थे। लोगों ने मौत का कुआं देखा तो वहां से मिले आनंद को एक-दूसरे से बांटते रहे। झूलों व लजीज व्यंजनों का भी लोगों ने आनंद लिया। खान-पान की दुकानें गुलजार रहीं। सौंदर्य प्रसाधन व खिलौनों की दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ थी। यह मेला अभी अनवरत चलता रहेगा। देर रात तक चहल-पहल बनी रहेगी। दूर दराज से आने वालों से लेकर स्थानीय लोगों तक ने मेले को देखा।
उत्साह और उल्लास का माहौल
गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने के बाद श्रद्धालु मेले में पहुंचे। मेले में जिध देखिए, हर तरफ माहौल उत्सव व उल्लास से भरपूर था। कहीं गीत बज रहे थे तो कहीं रेलगाड़ी चलने की ध्वनि सुनाई दे रही थी। चारो तरफ आनंदित होने के संसाधन उपलब्ध थे। पूरा माहौल सतरंगी हो गया था। छोटे-बड़े कई प्रकार के झूले बच्चों व बड़ों को लुभा रहे थे। मौत का कुंआ में कलाकारों का साहस देखकर लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। कलाकार तेज गति से दीवाल पर का कार व मोटरसाइकिल चला रहे थे। लेकिन कोई फिसला नहीं। वाहन जमीन पर दौड़ाकर उसे कुएं की दीवाल पर चढ़ाते और बड़ी तेजी से दीवाल पर ही चारो तरफ गोलाई में घुमाते रहते। इससे लोग अचंभित हो जाया करते थे।
सेल्फी ली, घरेलू सामान भी लिया
ऊपर-नीचे आते-जाते कलाकारों को देखकर रोंगटे खड़े हो गए। शो खत्म होने के बाद उनकी कला की तारीफ लोग एक-दूसरे से करते रहे। बड़े झूले पर बैठे लोग उस समय चिल्लाने लगते जब उनका झूला नीचे आता। नीचे खड़े लोग उनका आनंद देखकर ठहाके लगाते थे। माहौल उत्सवपूर्ण था। ब'चों ने चर्खी झूले का भरपूर आनंद लिया। लोगों ने सेल्फी भी ली। प्रसाद, घरेलू सामान, जूते-चप्पल, गीताप्रेस की पुस्तकें, खजला, मिठाई व चाट-पकौड़े की दुकानें सजी थीं। लजीज व्यंजनों का लोगों ने भरपूर आनंद लिया। बच्चों ने झूले का आंनद लिया तो निशानेबाजी का शौक भी पूरा किया। मेले में हर तरह के सामान मिल रहे थे। बच्चे, बूढ़े, जवान सभी में मेले को लेकर उत्साह और उत्सुकता देखी गई। छोटे से लेकर बड़े सामान की खरीदारी करते हुए लोग देखे गए।