हाथी ने महावत को मार डाला, जानें क्या था कारण
हाथी बिदका हुआ था। वह चारा डालने गया तो सूंड़ में लपेटकर हाथी ने पटक दिया और दांत धंसा दिया। उसके भाई की भी मौत हाथी से हुई थी।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्व मंत्री जितेंद्र जायसवाल के पादरी बाजार स्थित फार्म हाउस में शुक्रवार की शाम हाथी ने अपने महावत को पटककर मार डाला। हाथी कई दिनों से बिदका था। चारा खिलाते समय महावत को सूंड में लपेटकर पटकने के बाद पेट में दांत धंसा दिया।
पूर्व मंत्री जितेंद्र जायसवाल के फार्म हाउस पर वर्तमान समय में दो हाथी हैं, जिसमें एक कई दिनों से बिदका है। पिपराइच के चकजलाल निवासी रफीक उर्फ नाटे (40) और एक अन्य युवक दोनों हाथी की देखरेख करते थे। सुरक्षा के लिहाज से बिदके हाथी को फार्म हाउस में रखा गया है। शाम करीब छह बजे चारा डालते समय बिदके हाथी ने रफीक को पटककर पेट में दांत धंसा दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। चीख पुकार सुनकर पहुंचे दूसरे महावत ने किसी तरफ रफीक को बाहर निकाला। 20 साल पहले भी पूर्व मंत्री के एक अन्य बिदके हाथी ने दो लोगों को पटककर मार डाला था। घटना के बाद उसे बेच दिया गया।
दो बार उजड़ा बदरुनिशा का सुहाग :
रफीक का बड़ा भाई इश्तियाक भी पूर्व मंत्री के यहां महावत का काम करता था। 20 साल पहले बिदके हाथी ने उसे मार डाला था। घटना के कुछ दिन बाद परिजनों ने इश्तेयाक की पत्नी बदरुनिशा का देवर रफीक से निकाह करा दिया। रफीक भी 18 साल से पूर्व राज्य मंत्री के फार्म हाउस पर रहकर महावत का कार्य करता था। हाथी ने उसे भी मार डाला। बदरुनिशा का कहना था कि उसके दोनो पतियों को हाथी ने मार डाला। अब हम किसके सहारे जीयेंगे। वह जार-जार रोये जा रही थी। उसके बच्चे भी रो रहे थे।