Move to Jagran APP

इस गांव में 100 घंटे से बाधित है विद्युत आपूर्ति, जिम्‍मेदार नहीं दे रहे ध्‍यान

महराजगंज जिले के सिसवा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम चनकौली में बीते चार दिन से ट्रांसफार्मर जलने से गांव अंधेरे में है। बिजली न आने से लोग पानी की कमी व गर्मी से बेहाल हैं जिससे उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 07:10 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 07:10 PM (IST)
इस गांव में 100 घंटे से बाधित है विद्युत आपूर्ति, जिम्‍मेदार नहीं दे रहे ध्‍यान
चनकौली गांव में चार दिन से बाधित है आपूर्ति। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : महराजगंज जिले के सिसवा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम चनकौली में बीते चार दिन से ट्रांसफार्मर जलने से गांव अंधेरे में है। बिजली न आने से लोग पानी की कमी व गर्मी से बेहाल हैं, जिससे उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। ग्राम चनकौली में बीते सोमवार को 63 केवी का ट्रांसफार्मर अचानक जल गया। इस कारण गांव की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई, जो अब तक शुरू नहीं की जा सकी। ग्रामीण जयप्रकाश शर्मा, उमेश शर्मा, सर्वेश यादव, विनोद यादव, गणेश यादव, नगीना यादव, रविंद्र पटेल, गुड्डू गोंड आदि ने बताया कि गांव में लगा ट्रांसफार्मर बार-बार जल जाता है।

loksabha election banner

विभाग नहीं ले रहा सुधि

ग्रामीण जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि इस बार भी ट्रांसफार्मर के दगने के बाद अब तक विभाग द्वारा कोई सुधि नहीं ली गई। चार दिन बीतने के बाद भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। इस कारण घरों में पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। साथ ही इतनी उमस भरी गर्मी में रात दिन परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि कि जल्द ट्रांसफार्मर लगवा कर आपूर्ति नहीं दी गई तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

इस समय वर्कशाप में नहीं है 63 केवी का ट्रांसफार्मर

इस संबंध में जेई चंदन यादव ने बताया कि वर्कशाप में 63 केवी का ट्रांसफार्मर इस समय नहीं है। ट्रांसफार्मर की डिमांड ज्यादा है, लेकिन वर्कशाप में रिपेयरिंग कम हो रही है,इसलिए यह परेशानी आ रही है। फिर भी जल्दी ही व्यवस्था बनाई जाएगी।

खुले में रखे ट्रांसफार्मरों से दुर्घटना की आशंका

विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते फरेंदा कस्बे के लोग दहशत के साए में जीने को विवश हैं। यहां जगह-जगह लगाए गए ट्रांसफार्मर बिना किसी सुरक्षा के उपाय के लगा दिए गए हैं। विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि खुले में छोड़े गए इन ट्रांसफार्मरों से कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है,लेकिन विद्युत महकमे को इस बात की कोई चिंता नहीं है। फरेंदा कस्बे में पुराने एसडीएम कोर्ट के पास, पुराने नगर पंचायत कार्यालय के पास व बरदहिया बाजार में लगाए गए ट्रांसफार्मर भगवान भरोसे ही चल रहे हैं।

सुरक्षा के नहीं हैं कोई उपाय

सुरक्षा के कोई उपाय न होने के चलते खुदा न खास्ता यदि कोई आदमी या जानवर कभी भी इसके चपेट में आकर दुर्घटना का शिकार हो सकता है। वहीं कुछ जगहों पर तार-बाड़ लगाकर ट्रांसफार्मरों को घेरा तो गया है, लेकिन देखरेख के अभाव में वहां झाड़‍ियां उग आईं हैं, जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकती है। स्थानीय लोगों ने उच्चाधिकारियों से ट्रांसफार्मरों को घेरने की गुहार भी लगाई है, लेकिन किसी को भी आम लोगों के सुरक्षा की चिंता नहीं है। कस्बे के संदीप, सुरेंद्र, रमेश, आनंद, राहुल जायसवाल, नीरज, सतीश सहित अन्य लोगों ने बिजली विभाग से खुले में रखे ट्रांसफार्मरों को तारबाड़ से घेरने की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.