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North Eastern Railway: गोरखपुर शेड में अब इलेक्ट्रिक लोको की बड़ी मरम्मत होगी Gorakhpur News

महाप्रबंधक ने संबंधित अधिकारियों के साथ उपकरणों संसाधनों और चल रहे कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। अधिकारियों ने बताया कि शेड में विद्युत लोको की छोटी खामियों की ही मरम्मत हो रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 05:13 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 05:13 PM (IST)
North Eastern Railway: गोरखपुर शेड में अब इलेक्ट्रिक लोको की बड़ी मरम्मत होगी Gorakhpur News
ये भारतीय रेल का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने इलेक्ट्रिक लोको शेड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को शेड को और समृद्ध करने के लिए निर्देशित किया, ताकि, मार्च 2021 से इलेक्ट्रिक लोको (विद्युत इंजन) की बड़ी मरम्मत (मेजर शेड्यूल) की जा सके। उन्होंने इंजनों की बेहतर मरम्मत, मैन पावर और मरम्मत में लगने वाले समय से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

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महाप्रबंधक ने निरीक्षण के बाद की समीक्षा

निरीक्षण के बाद महाप्रबंधक ने संबंधित अधिकारियों के साथ उपकरणों, संसाधनों और चल रहे कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। अधिकारियों ने बताया कि शेड में विद्युत लोको की छोटी खामियों की ही मरम्मत हो रही है। पिछले माह 13 विद्युत लोको का माइनर शेड्यूल किया गया। इस माह अभी तक 8 विद्युत लोको का माइनर शेड्यूल किया जा चुका है। निरीक्षण के दौरान मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, एके शुक्ला, पीके सारस्वत, एके ङ्क्षसह, सुभाष चंद्र, एसपी यादव और जया द्विवेदी आदि इंजीनियर मौजूद थे।

पुल बनाकर बंद किए जाएंगे रेलवे के समपार फाटक

-पूर्वोत्तर रेलवे की सभी बड़ी रेल लाइनों पर स्थित अनारक्षित समपार फाटकों को आरक्षित कर दिया गया है। अब इनपर पुल (ओवर और अंडर) ब्रिज बनाकर स्थाई रूप से बंद किया जा रहा है। वाराणसी मंडल के गोरखपुर-देवरिया रेल मार्ग पर दो समपार फाटकों पर ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है। इसमें रेलवे प्रशासन ने रेल लाइनों के ऊपर गर्डर लगाने का कार्य पूरा कर लिया। ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया है।

महज 3.15 घंटे में चार गर्डर कर दिए गए स्‍थापित

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार महज 3.15 घंटे में चार गर्डर सफलतापूर्वक स्थापित कर दिए गए। गर्डर स्थापित करने में 450 टन क्षमता वाले रोड क्रेन का उपयोग किया गया। उप मुख्य इंजीनियर (निर्माण- पुल) एके सिंह के निर्देशन में गर्डर लगाने का कार्य पूरा हुआ है। 


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