प्रतिमा विसर्जन के दौरान हर्ष फायरिंग में आठ घायल, दो बच्चों की हालत गंभीर Gorakhpur News
सुनील और उसके दोस्तों ने 12 बोर के तमंचे से फायर करने की कोशिश की लेकिन गोली नहीं चली। गोली न चलने की वजह जानने के लिए वह तमंचा नीचे कर चेक कर रहे थे। इसी बीच अचानक गोली चल गई।
गोरखपुर, जेएनएन। चिलुआताल में भगवानपुर गांव के पास मंगलवार रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान हर्ष फायरिंग में आठ लोग घायल हो गए हैं। दो बच्चों के पेट में गोली लगी है। डाक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई है। इस मामले में तीन के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। वारदात के बाद से ही आरोपित फरार हैं। घटना के बाद मौके पर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रथमेश कुमार और सीओ गोरखनाथ प्रवीण सिंह ने कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच प्रतिमा का विसर्जन करवाया। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
भगवानपुर गांव में सूरज के दरवाजे पर कई वर्ष से दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाती है। मंगलवार रात करीब नौ बजे प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था। विसर्जन जुलूस में गांव का सुनील निषाद और उसके दो दोस्त भी शामिल थे।
गांव के बाहर दोस्तों के साथ की फायरिंग
जुलूस गांव के बाहर पहुंचने पर सुनील और उसके दोस्तों ने 12 बोर के तमंचे से फायर करने की कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली। गोली न चलने की वजह जानने के लिए वह तमंचा नीचे कर चेक कर रहे थे। इसी बीच अचानक गोली चल गई। इसमें छर्रा लगने से आठ व्यक्ति घायल हो गए। घायलों में गांव के ही राधेश्याम की पत्नी राधिका (45), रामनयन के पुत्र गोपाल निषाद (16), गोपाल निषाद की पत्नी निर्मला (27), जुगनू के पूत्र राज निषाद (9), कपिल के पुत्र रिशु (12), दशरथ निषाद की पुत्री सुमन (10), किरन शर्मा (14), ज्ञानमती (60) शामिल हैं। सभी को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। राज और सुमन की हालत गंभीर बताई जा रही है। गोपाल निषाद की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में सुनील, अजय और गोलू के विरुद्ध हत्या के प्रयास और लोक व्यवस्था भंग कर दहशत फैलाने के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज किया है। आरोपितों के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
प्रतिमा स्थापित होने के दिन भी चलाई थी गोली
ग्रामीणों के मुताबिक भगवानपुर गांव में जिस दिन प्रतिमा स्थापित हुई थी उस दिन भी सुनील ने तमंचे से गोली चलाई थी। उसी समय गांव के लोगों ने इस पर एतराज जताया था, लेकिन सुनील की दबंगई की वजह से कोई खुलकर सामने नहीं आया और न ही किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी। गांव में सुनील की छवि बिगड़ैल के रूप में है। बात-बेबात लोगों से मारपीट करना उसके लिए सामान्य बात है।