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गोरखपुर का शिक्षा विभाग बर्खास्त करने में चुस्त, मुकदमे में सुस्त Gorakhpur News

बर्खास्तगी के बाद मुकदमे या फिर रिकवरी को लेकर कार्रवाई में देरी पर शासन विभाग को कई बार फटकार लगा चुका है। अभी हाल में शासन ने प्रदेश के ढाई हजार शिक्षकों की सूची जारी कर निलंबित शिक्षकों को बर्खास्त कर एफआइआर दर्ज किए जाने का निर्देश था।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 03:49 PM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 06:34 PM (IST)
गोरखपुर का शिक्षा विभाग बर्खास्त करने में चुस्त, मुकदमे में सुस्त Gorakhpur News
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग जनपद में फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने में जितना चुस्त दिखा है वहीं उन पर मुकदमा दर्ज कराने को लेकर उतना ही सुस्त। अप्रैल माह में विभाग ने जांच पूरी होने के बाद नौ फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त तो कर दिया, लेकिन इनमें से सिर्फ चार के विरुद्ध ही अभी तक मुकदमा दर्ज हुआ है। अभी भी पांच के विरुद्ध मुकदमे की कार्रवाई लंबित है। इस कार्रवाई के बाद जनपद में बर्खास्त हुए शिक्षकों की संख्या 79 के पहुंच गई है।

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अभी तक यहां पर नहीं हुई मुकदमे की कार्यवाही

जिन ब्लाकों के बीईओ की शिथिलता के कारण बर्खास्त शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमे की कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है उनमें बेलघाट, ब्रह्मपुर, सरदारनगर, उरुवा व कौड़ीराम ब्लाक के फर्जी शिक्षक शामिल हैं। बर्खास्त सभी शिक्षकों के विरुद्ध पिछले छह से नौ माह से जांच की कार्रवाई चल रही थी। निलंबन के बाद इनकी जांच संबंधित विकास खंडों के खंड शिक्षाधिकारियों को सौंपी गई थी। जैसे ही इन्होंने जांच कर बीएसए को रिपोर्ट सौंपी इनके विरुद्ध विभाग द्वारा बर्खास्तगी की कार्रवाई कर दी गई।

शासन से मिल चुकी है फटकार

बर्खास्तगी के बाद मुकदमे या फिर रिकवरी को लेकर कार्रवाई में देरी पर शासन विभाग को कई बार फटकार लगा चुका है। अभी हाल में शासन ने प्रदेश के ढाई हजार शिक्षकों की सूची जारी कर निलंबित शिक्षकों को बर्खास्त कर एफआइआर दर्ज किए जाने का निर्देश था।

अब तक 79 शिक्षक हो चुके हैं बर्खास्त

जनपद में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के मामले में बर्खास्त शिक्षकों की संख्या 79 पहुंच चुकी है। जबकि अभी भी निलंबित चल रहे 18 शिक्षकों के विरुद्ध संबंधित खंड शिक्षाधिकारी जांच कर रहे हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह का कहना है कि जिन बर्खास्त शिक्षकों के विरुद्ध अभी तक खंड शिक्षाधिकारियों ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया है यह उनकी शिथिलता को दर्शाता है। उन्हें जल्द से जल्द इस कार्रवाई को पूरा करने का निर्देश दिया गया है।


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