COVID Advise: बड़े काम का है नारियल पानी, कोरोना के उपचार में उपयोगी होने से बढ़ी मांग Gorakhpur News
COVID Advise वरिष्ठ फिजिशियन डा. राजेश कुमार का कहना है कि नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट को प्रमोट करने का वाला बेहतरीन पेय पदार्थ है। चूंकि प्राकृतिक है इसलिए इसका इस्तेमाल करना काफी लाभकारी है। यह खून में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगडऩे नहीं देता।
गोरखपुर, जेएनएन। गर्मी से निजात पाने में उपयोगी कोरोना के संक्रमण काल में बेरोजगारों के लिए रोजगार का बड़ा साधन बन गया है। कोरोना संक्रमितों के उपचार में बेहद उपयोगी होने की वजह से हाल के दिनों में इसकी मांग काफी बढ़ गई है। यही वजह है कि शहर के साथ ही साथ कस्बों और ग्रामीण इलाकों के छोटे बाजारों में भी नारियल पानी का कारोबार चल पड़ा है।
कोलकाता से होती है नारियल की आपूर्ति
गोरखपुर में हरे नारियल की आवक मुख्य रूप से कोलाकाता से होती है। मुख्य रूप से चार कारोबारी वसीम, निवासी फलमंडी, संतोष निवासी मेडिकल कालेज, छोटू चौरसिया निवासी तारामंडल रोड और संतोष निवासी सिविल लाइंस फिलहाल कोलाकाता से नारियल की खेप मंगा रहे हैं। सिविल लाइंस निवासी संतोष बताते हैं कि इन दिनों नारियल पानी की मांग काफी बढ़ गई है। कोरोना से संक्रमित हुए मरीजों को पिलाने के लिए काफी लोग इसकी खरीदारी कर रहे हैं। मांग अधिक होने की वजह से इन दिनों इसकी कीमतों में भी काफी उछाल आ गया है। कोलकाता में ही हरे नारियल का रेट काफी अधिक हो गया है। यहां लाने के बाद साइज के हिसाब से नारियल की बिक्री 60 रुपये से लेकर 80 रुपये तक हो रही है। सामान्य दिनों में 30 से 40 रुपये में नारियल की बिक्री होती थी।
कोरोना संक्रमितों के लिए है बेहद फायदेमंद
आयुर्वेदाचार्य डा. आशीष त्रिपाठी (एमडी आयुर्वेद) बताते हैं कि कोरोना के संक्रमण की चपेट में आए लोग डीहाईड्रेशन का शिकार हो जा रहे हैं। संक्रमण की चपेट में आए मरीज में एंटीआक्सीडेंट की कमी आ जाती है। जिससे शरीर में साल्ट, सोडियम, पोटेशियम आदि तत्वों की मात्रा काफी कम हो जाती है। जिसका सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। नारियल पानी से इन तत्वों की कमी आसानी से पूरी हो जाती है। तरल होने की वजह इस कमी को तेजी से दूर करने में भी सक्षम है। डा. त्रिपाठी का कहना है कि मरीज को नारियल पानी सीधे नहीं पिलाना चाहिए। पहले उसे गिलास में निकालकर कुछ देर तक छोड़ दें। सामान्य तापमान होने के बाद ही उसका उपयोग करेें। फल के अंदर होने पर नारियल पानी का तापमान कम होता है। जो मरीज को नुकसान पहुंचा सकता है।
वरिष्ठ फिजिशियन डा. राजेश कुमार का कहना है कि नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट को प्रमोट करने का वाला बेहतरीन पेय पदार्थ है। चूंकि प्राकृतिक है, इसलिए इसका इस्तेमाल करना काफी लाभकारी है। यह खून में इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगडऩे नहीं देता। ऐसे में कोरोना संक्रमण के दौरान लूज मोशन होने पर यह ओआरएस घोल की तरह कार्य करता है। चूंकि गर्मी बहुत है इसलिए नारियल पानी इस मामले में और भी प्रभावी है। यही वजह है कि विशेषज्ञ, कोरोना संक्रमित मरीजों को इसके इस्तेमाल की सलाह दे रहे हैं।