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ड्रेन में चिलवन लगाकर बाधित की जा रही जलनिकासी, डूब गई सैकड़ाें एकड़ फसल डूबी

कुशीनगर के सरपतही ड्रेन में मछुआरों द्वारा मछली पकड़ने के लिए जगह-जगह चिलवन लगाकर जलनिकासी बाधित कर दी गई है। इससे सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने लगी है। धान व गन्ने की फसल को लेकर किसान अधिक चिंतित हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 10:43 AM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 10:43 AM (IST)
ड्रेन में चिलवन लगाकर बाधित की जा रही जलनिकासी, डूब गई सैकड़ाें एकड़ फसल डूबी
सरपतही ड्रेन के पुल पर लगाया गया चिलवन। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : कुशीनगर के सरपतही ड्रेन में मछुआरों द्वारा मछली पकड़ने के लिए जगह-जगह चिलवन लगाकर जलनिकासी बाधित कर दी गई है। इससे सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने लगी है। धान व गन्ने की फसल को लेकर किसान अधिक चिंतित हैं। उन्हें पूंजी डूबने का डर सताने लगा है।

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जलनिकासी न होने से खड़ी हो गई बड़ी समस्या

पडरौना तहसील क्षेत्र का सरपतही ड्रेन इस वर्ष चर्चा में रहा है। बारिश के शुरुआती दौर में सफाई कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों ने खानापूरी करने की शिकायत करते हुए आंदोलन किया था। जैसे-तैसे ठीकेदार ने ड्रेन की सफाई कराई। अब जलनिकासी बाधित होने से नई समस्या खड़ी हो गई है। क्षेत्र के शशिप्रताप, रितेश, विनोद, राजू, भृगुनाथ, प्रमोद आदि किसानों का कहना है कि कुछ मछुआरे विभागीय अधिकारियों की शह पर ड्रेन की पुलिया समेत कई जगहों पर जाल व चिलवन लगा दिए हैं। सही तरीके से ड्रेन की सफाई न होने और चिलवन से जलभराव के चलते सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो रही है।

गन्ने में लग गया है रेडराट

गन्ने की फसल में रेडराट रोग लग गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि मछुआरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा कि यह गंभीर मामला है। पहले ही विभाग को ऐसा करने से रोकने व कार्रवाई का आदेश दिया गया था। जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसानों का हित सबसे पहले है। पहले ही अति वर्षा से किसानों के सामने संकट खड़ा है।

सोशल आडिट टीम ने जानी विकास कार्यों की हकीकत

दुदही विकास खंड के दशहवा गांव के पंचायत भवन परिसर में सोशल आडिट टीम की बैठक हुई। टीम द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में लोगों को बताया गया। ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित अभिलेखों एवं पत्रावलियों को उपलब्ध करा कर प्रधानमंत्री आवास निर्माण, संपर्क मार्ग वर्ष 2020-2021 की प्रगति आख्या पेश की गई। इसके अलावा निर्माण का बिंदुवार अवलोकन उपलब्ध पत्रावलियों के अभिलेखों के आधार पर किया गया। प्रधान उमेश कन्नौजिया, सचिव रवींद्र सिंह, रोजगार सेवक मुकेश चौहान, अनिल प्रसाद, बबलू सैनी, रमाकांत गुप्ता, शिवजी गुप्ता, मनोज यादव आदि मौजूद रहे।


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