Move to Jagran APP

UP Panchayat Election 2021: एसटी के लिए आरक्षित गोरखपुर के छह गांवों में चुनाव पर संशय, यह है कारण

UP Panchayat Election 2021 गोरखपुर के तीन ब्लाकों के छह ग्राम पंचायतों में इस बार चुनाव को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। 2011 की जनगणना के आधार पर जंगल कौड़िया ब्रह्मपुर एवं कौड़ीराम ब्लाकों के दो-दो गांवों को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 11:25 AM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 04:35 PM (IST)
UP Panchayat Election 2021: एसटी के लिए आरक्षित गोरखपुर के छह गांवों में चुनाव पर संशय, यह है कारण
आरक्षण लिस्‍ट जारी होने के बाद कई पंचायतों में चुनाव पर संशय पैदा हो गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जिले के तीन ब्लाकों के छह ग्राम पंचायतों में इस बार चुनाव को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। 2011 की जनगणना के आधार पर जंगल कौड़िया, ब्रह्मपुर एवं कौड़ीराम ब्लाकों के दो-दो गांवों को अनुसूचित जनजाति (महिला भी शामिल) के लिए आरक्षित किया गया है लेकिन यहां वर्तमान में इस वर्ग की आबादी ही नहीं है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। इस स्थिति में या तो यहां चुनाव न कराकर प्रशासक तैनात रखा जाएगा या शासन स्तर से निर्णय आने के बाद आरक्षण में बदलाव किया जा सकता है।

loksabha election banner

आरक्षण आवंटन की प्रक्रिया के दौरान ही संबंधित तहसीलों से मुख्य विकास अधिकारी को इस बात की जानकारी दी गई थी कि उनकी तहसील में इस वर्ग का कोई व्यक्ति नहीं है। इसे शासन के संज्ञान में भी लाया गया है। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बुधवार की सुबह इस संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग भी की थी लेकिन अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है। जंगल कौड़िया ब्लाक का जंगल कौड़िया गांव अनुसूचित जनजाति (एसटी) महिला, गायघाट ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति, कौड़ीराम ब्लाक का चंवरिया बुजुर्ग गांव एसटी महिला, चंवरिया खुर्द एसटी के लिए आरक्षित है। इसी तरह ब्रह्मपुर ब्लाक का कोल्हुआ एसटी तथा महुअरकोल गांव एसटी महिला के लिए आरक्षित है।

ऐसे तय हुआ आरक्षण

पंचायती राज विभाग के अनुसार 2011 की जनगणना को आधार मानकर आरक्षण तय किया गया है। यही कारण एसटी का आरक्षण हो गया है। आबादी न होने के कारण यहां कोई चुनाव लड़ने वाला भी नहीं रहेगा तहसीलों की ओर से बताया गया है कि इन गांवों में किसी के पास एसटी का प्रमाण पत्र नहीं है और न ही 2015 के बाद किसी को इस जाति वर्ग का प्रमाण पत्र जारी किया गया है। चौरीचौरा तहसील में सन 2008 से 2015 के बीच सात प्रमाण पत्र जारी हुए थे। लेकिन, इसमें से छह को निरस्त किया जा चुका है। एक को निरस्त करने की प्रक्रिया चल रही है।

क्षेत्र पंचायत एवं ग्राम पंचायत सदस्य के पद भी प्रभावित

एसटी के आरक्षण से क्षेत्र पंचायत एवं ग्राम पंचायत सदस्य के पद भी प्रभावित हुए हैं। जिले में कौड़ीराम एवं ब्रह्मपुर ब्लाक के क्षेत्र पंचायत वार्ड नंबर 81 एवं ब्रह्मपुर में वार्ड नंबर नौ को एसटी महिला के लिए आरक्षित किया गया है। कौड़ीराम, ब्रह्मपुर और जंगल कौड़िया ब्लाक के 41 ग्राम पंचायत सदस्य पद भी एसटी के लिए आरक्षित हैं।

2011 की जनगणना को आधार मानकर आरक्षण तय किया गया है। ग्राम पंचायत प्रधान के छह, क्षेत्र पंचायत सदस्य के दो एवं ग्राम पंचायत सदस्य के 41 पद एसटी के लिए आरक्षित हैं। शासन से जो मार्गदर्शन मिलेगा, उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। - हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला पंचायत राज अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.