चिकित्सक बेटे की खुदकुशी से आहत पिता दर्ज कराएंगे बहू व समधन पर मुकदमा Gorakhpur News
पिपराइच थाना क्षेत्र के ग्राम सिरसिया निवासी 35 वर्षीय डा.विवेक कुमार राय की दिल्ली के मालवीय नगर में फंदे से लटकता शव मिला था। वह दिल्ली के मैक्स हास्पिटल में नौकरी करते थे। रविवार सुबह साढ़े नौ बजे चिकित्सक का शव गांव पहुंचा है।
गोरखपुर, जेएनएन : पिपराइच थाना क्षेत्र के ग्राम सिरसिया निवासी 35 वर्षीय डा.विवेक कुमार राय की दिल्ली के मालवीय नगर में फंदे से लटकता शव मिला था। वह दिल्ली के मैक्स हास्पिटल में नौकरी करते थे। रविवार सुबह साढ़े नौ बजे चिकित्सक का शव गांव पहुंचा है। पिता अजय राय ने गांव से सटे फरेन नाला पर पुत्र का दाह संस्कार किया। उन्होंने खुदकुशी की इस घटना के लिए बहू व समधन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि वह बहू व समधन पर मुकदमा भी दर्ज कराएंगे।
पांच माह पूर्व हुई थी शादी
डा.विवेक के पिता अजय राय ने बताया कि उनके पुत्र की शादी बीते 26 नवंबर को संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद कस्बे की कोकिला राय हुई थी। शादी के बाद से ही पत्नी कोकिला राय से अनबन चल रही थी। वह एमबीए पढ़ाई कर रही है और खलीलाबाद के एक संपन्न परिवार से हैं। अजय राय ने बताया कि उनके पुत्र को मैक्स हास्पिटल से 65 हजार रुपये वेतन के रूप में मिलते थे। इसमें से 20 से 25 हजार रुपये कमरे के किराये व बिजली के बिल में ही चले जाते थे। जबकि बहू घर में गाड़ी-बंगला चाहती थी। उन्होंने कहा कि इसे लेकर दोनों में अक्सर विवाद होता था। वह बेटे से तलाक लेना चाहती थी। अजय राय ने यह भी कहा कि बहू दो माह के गर्भ से भी है, लेकिन वह बच्चा नहीं चाहती है।
पत्नी के लिए सुबह नाश्ता बनाकर ड्यूटी जाते थे चिकित्सक
डा.विवेक छोटी बहन तृप्ति राय को दोस्त मानते थे। उससे वह हर बातें शेयर करते थे। घटना के दिन 11 बजे बहन से बात किये थे। तृप्ति के मुताबिक वह कुछ उलझन में थे। तृप्ति के पिता ने बताया कि विवेक सुबह ड्यूटी जाने से पूर्व पत्नी के लिए रोजाना चाय-नाश्ता बनाकर जाते थे। दो माह पूर्व वह नाराज होकर मायके चली गई। विवेक के पिता ने बताया कि ससुराल वालों का आरोप था कि वह कोकिला की ढंग से देखभाल नहीं कर पा रहे थे।
चार पेज का बनाया सुसाइड नोट
दिल्ली में सिरसियां के रहने वाले विवेक के करीबी समीर राय व जय गोविंद राय ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर वह विवेक के कमरे पर गए। वहां विवेक ने चार पन्ने का सुसाइड नोट लिख रहा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि खुदकुशी के लिए वह स्वयं जिम्मेदार हैं। विवेक के पिता ने कहा कि आठ साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई। बहू और उसकी मां ने उनके बेटे को मानसिक रूप से इतना आहत किया कि वह खुदकुशी के लिए मजबूर हुआ।