बच्चों की खांसी को न करें नजरअंदाज, बरतें यह सावधानी Gorakhpur News
दिन में गर्मी और रात में ठंड के साथ ही धूल और परागकण इन दिनों वातावरण में बहुत ज्यादा फैल रहे हैं। हवा के साथ धूल व परागकण घरों के अंदर भी पहुंच रहे हैं। इसका ज्यादा असर छोटे बच्चों पर हो रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। बदलते मौसम का असर ब'चों पर तेजी से पड़ रहा है। खांसी के साथ शुरू हुई दिक्कत फेफड़ों को चोक करने लग रही है। खांसते-खांसते बच्चे को उल्टी भी हो जा रही है। जांच में फेफड़ों में निमोनिया के भी लक्षण मिल रहे हैं। दो साल से कम उम्र के ब'चों को ज्यादा दिक्कत हो रही है।
बदले मौसम में यह हो रही परेशानी
दिन में गर्मी और रात में ठंड के साथ ही धूल और परागकण इन दिनों वातावरण में बहुत ज्यादा फैल रहे हैं। हवा के साथ धूल व परागकण घरों के अंदर भी पहुंच रहे हैं। इसका ज्यादा असर छोटे बच्चों पर हो रहा है। प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चों में एलर्जी के कारण खांसी आनी शुरू हो जा रही है। ज्यादातर अभिभावक इसे मौसम का बदलाव मानकर रात में पंखा चलाने को कारण मान रहे हैं लेकिन हकीकत यह है कि एलर्जी के कारण दिक्कत बढ़ रही है।
चिकित्सक की सलाह
वरिष्ठ शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. बीबी गुप्ता कहते हैं कि हर साल मार्च महीने में मौसम में बदलाव के कारण बच्चों में दिक्कत होती है। इस बार दिन में अचानक ज्यादा गर्मी के साथ ही हवा चलने से धूल व परागकण घरों में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा जो अभिभावक बच्चों को लेकर ज्यादा समय बाहर रहते हैं उनको भी समस्या हो रही है। शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. दिनेश चंद्रा कहते हैं कि ओपीडी में रोजाना 20 से ज्यादा बच्चे खांसी की शिकायत के साथ आ रहे हैं। इनके फेफड़े में जकडऩ मिल रही है। कुछ की सांस भी फूलती मिल रही है। ज्यादा दिक्कत मिलने पर नेबुलाइजेशन (फेफड़ों में जमे कफ को निकालने की प्रक्रिया) कराना पड़ रहा है।
यह है लक्षण
बच्चा मुंह से सांस ले रहा हो, सीने में घड़घड़ाहट की आवाज हो, दूध न पी रहा हो, ज्यादा खांसी आ रही हो, खांसी के साथ ही उल्टी हो जा रही हो
यह करें
खांसी के साथ बुखार हो रहा हो तो पैरासीटामाल पिलाएं, नाक बह रही हो तो पहले खुद का हाथ सैनिटाइज कर कपड़े से साफ करें, डाक्टर से बच्चे का परीक्षण कराएं।