दिव्यांग यात्री ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, आधी रात में बस रुकवाकर लौटाया पर्स Gorakhpur News
बस में सफर कर रहे दिव्यांग यात्री ने ईमानदारी की मिसाल पेश की। उसने फोन से सूचना देकर सहयात्री का छूटा पर्स लौटाया। इसके लिए यात्रियों से भरी बस करीब आधा घंटा खड़ी रही।
गोरखपुर, जेएनएन। रोडवेज बस में सफर कर रहे दिव्यांग यात्री ने रविवार रात ईमानदारी की मिसाल पेश की। उसने फोन से सूचना देकर सहयात्री का छूटा पर्स लौटाया। इसके लिए यात्रियों से भरी बस करीब आधा घंटा खड़ी रही।
पर्स में थे कई महत्वपूर्ण सामान
गोरखपुर के पादरी बाजार क्षेत्र के मानस विहार कालोनी निवासी अनिल त्रिपाठी प्रयागराज से चंदौली डिपो की बस से गोरखपुर आ रहे थे। रात में बस गोरखपुर पहुंची। बस को गोला जाना था। बस से उतरकर अनिल अपने घर चले गए। तब उन्हें पता चला कि उनका पर्स बस की सीट पर रह गया है। पर्स में एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और नकदी थी।
फोन कर बताया, आपका पर्स मेरे पास है
परेशान अनिल ने परिचितों को फोन कर मदद मांगी। इसी बीच उनके मोबाइल पर एक फोन आया। नंबर अनजान था। फोन करने वाले ने अपना नाम मो. खलील अंसारी बताया। उसने कहा कि बस में एक पर्स मिला है। यदि उनका है, तो आकर ले जाएं। अनिल ने कुछ देर में पहुंचने की बात कही। इसी बीच बस कचहरी बस अड्डे से गोला के लिए निकलने लगी, तो खलील ने परिचालक-चालक और यात्रियों को मामले की जानकारी दी।
यात्रियों ने भी दिया साथ
खलील की ईमानदारी देख यात्रियों ने पर्स लौटाए जाने तक बस रोकने की अनुमति दे दी। अपना पर्स पाकर अनिल खुश हो गए। उन्होंने खलील का आभार जताया। गोला एरिया के बरहजपार निवासी खलील अंसारी साथियों संग घर लौट रहे थे।