पंजीकरण के लिए हो रहे परेशान, अफसर कह रहे युवा नहीं आ रहे बूथ पर Gorakhpur News
एक तरफ स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य के सापेक्ष युवाओं का टीकाकरण पूरा नहीं कर पा रहा है तो दूसरी तरफ पंजीकरण के लिए युवा परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 75 सौ युवाओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था लेकिन शाम तक सिर्फ 6087 युवाओं को ही टीका लग सका।
गोरखपुर, जेएनएन : एक तरफ स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य के सापेक्ष युवाओं का टीकाकरण पूरा नहीं कर पा रहा है तो दूसरी तरफ पंजीकरण के लिए युवा परेशान हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 75 सौ युवाओं को टीका लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन शाम तक सिर्फ 6087 युवाओं को ही टीका लग सका। अफसर पंजीकरण के बाद भी युवाओं के बूथ पर न पहुंचने की बात कह रहे हैं पर हकीकत यह है कि यदि लक्ष्य से ज्यादा पंजीकरण होता तो कम से कम 413 उन युवाओं को टीका लग गया होता जो प्रतीक्षा सूची में रहते।
कुछ ही देर में पूरा हो गया एक सप्ताह का पंजीकरण
कोविन पोर्टल को सुबह 10 बजे खोला गया था। युवाओं ने तेजी से पंजीकरण कराना शुरू किया। कुछ ही देर में तकरीबन एक सप्ताह का पंजीकरण पूरा हो गया। इसके बाद पंजीकरण बंद हो गया। तब से युवा पंजीकरण के लिए परेशान हैं। युवाओं का कहना है कि टीकाकरण के लिए यदि प्रतीक्षा सूची जारी होती तो जो लोग बूथ पर नहीं जा रहे हैं उनकी जगह दूसरे युवा पहुंच जाते। एडिशनल सीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराने पर ही 18 से 44 वर्ष वालों का टीकाकरण होता है। पोर्टल पर पंजीकरण के आधार पर ही टीके लगाए जा रहे हैं।
10194 को लगा टीका
स्वास्थ्य विभाग ने 76 बूथों पर टीकाकरण अभियान चलाया। 9648 लोगों ने पहला डोज लगवाया। इनमें 6087 युवा शामिल हैं।
दूसरी डोज वालों की संख्या घटी
कोविशील्ड का टीका लगवाने के लिए 84 से 112 दिन का नया नियम बनने के बाद दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या काफी कम हो गई है।
कोरोना की रफ्तार मंद, घटने लगी संक्रमितों की संख्या
अप्रैल में बेकाबू कोरोना मई के दूसरे सप्ताह में नियंत्रित होने लगा है। पिछले सप्ताह की तुलना में इस हफ्ते जांच में करीब सात फीसद कम संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। हालांकि शहर-देहात के आंकड़ों को अलग करके देखें तो ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ा है। 15 मार्च को शहर-देहात में जहां कोरोना के एक भी संक्रमित नहीं मिले थे, वहीं 15 अप्रैल को शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 517 जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 345 हो गई। ठीक एक माह बाद 15 मई को ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या 364 थी वहीं शहरी क्षेत्र में 286 मरीज रह गए।