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गोरखधाम और इंटरसिटी सहित 35 एक्सप्रेस ट्रेनों में नहीं फैलेगी गंदगी

गोरखधाम और इंटरसिटी सहित पूर्वोत्तर रेलवे की 35 एक्सप्रेस ट्रेनों में गंदगी नहीं फैलेगी। चिन्हित ट्रेनों में आनबोर्ड हाउस कीपिंग सर्विस (ओबीएचएस) लागू कर दी गई है। एक सफाई कर्मचारी के जिम्मे चार बोगियां सौंपी गई हैं। गंदगी मिलने पर यात्री एप पर शिकायत कर सकते हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 05:09 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 05:54 PM (IST)
गोरखधाम और इंटरसिटी सहित 35 एक्सप्रेस ट्रेनों में नहीं फैलेगी गंदगी
गोरखधाम और इंटरसिटी सहित 35 एक्सप्रेस ट्रेनों में नहीं फैलेगी गंदगी। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखधाम और इंटरसिटी सहित पूर्वोत्तर रेलवे की 35 एक्सप्रेस ट्रेनों में गंदगी नहीं फैलेगी। चिन्हित ट्रेनों में आनबोर्ड हाउस कीपिंग सर्विस (ओबीएचएस) लागू कर दी गई है। एक सफाई कर्मचारी के जिम्मे चार बोगियां सौंपी गई हैं। गंदगी मिलने पर यात्री हेल्प लाइन नंबर 139 या रेल मदद एप पर शिकायत कर सकते हैं। ओबीएचएस के लिए अलग से हेल्पलाइन नंबर 9555221914 भी जारी है, जो प्रत्येक कोचों के गेट पर चस्पा रहता है।

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कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए रेलवे बनाई व्‍यवस्‍था

दरअसल, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन ने ट्रेन और स्टेशनों की सफाई व्यवस्था और सुदृढ़ कर दी है। गोरखपुर से बनकर चलने वाली सभी ट्रेनों में ओबीएचएस लागू है। रास्ते में ही नहीं स्टेशनों पर भी ट्रेनों के रुकने पर सफाई होगी। पांच मिनट से अधिक समय तक रुकने वाली ट्रेनों की सफाई कराई जाएगी। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर सहित छपरा और ऐशबाग को क्लीन ट्रेन स्टेशन नामित किया गया है। रेलवे बोर्ड के निर्देश के क्रम में प्रत्येक छह से आठ घंटे पर ट्रेनों की सफाई अनिवार्य है।

कोचों में नहीं दिखेंगे चूहे और काकरोच

कोचों में चूहों और काकरोचों से छुटकारा पाने के लिए रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर सहित 12 कोचिंग डिपो में पेस्ट एंड राेडेंट कंट्रोल शुरू करा दिया है। जिसमें गोरखपुर, ऐशबाग, मऊ, बलिया, आजमगढ़, बनारस, छपरा, टनकपुर, लालकुआं, रामनगर, काठगोदाम और कासगंज के कोचिंग डिपो शामिल हैं। कंट्रोल का कार्य आउटसोर्स के जरिये कराया जा रहा है। एसी कोच व पेंट्रीकार में प्रत्येक मरम्मत के दौरान, नान एसी आरक्षित कोच में एक माह में एक बार तथा नान एसी में एक माह में दो बार पेस्ट एंड राेडेंट कंट्रोल की प्रक्रिया पूरी की जाती है।

रेलवे समूह ग के प्रथम चरण की परीक्षा का परिणाम जल्द

भारतीय रेलवे स्तर पर चल रही समूह ग की भर्ती के तहत प्रथम चरण के कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) का परिणाम जल्द घोषित होगा। रेलवे बोर्ड स्तर पर इसकी तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। किसी भी उम्मीदवार को एक से अधिक पदों पर नियुक्त नहीं किया जाएगा। समूह ग के नान तकनीशियन के 35281 पदों पर तैनाती के लिए जनवरी 2019 से सीबीटी के आधार पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। परीक्षा तीन चरणों में होनी है। प्रथम चरण का परिणाम आने के बाद द्वितीय चरण की परीक्षा आयोजित होगी। वर्ष 2022 में तीनों चरण की परीक्षा प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।


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