मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस वाले मरीजों को मिली सौगात
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अब डायलिसिस कराने वाले मरीजों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। यहां पर छह मशीनें लग गई हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस कराने आए मरीजों को अब रुपये नहीं खर्च करने होंगे। कॉलेज प्रशासन ने डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों की खरीद लिया है। साथ ही काफी समय से खराब चार डायलिसिस मशीनों में से दो को ठीक करा दिया गया है। बीआरडी में अब डायलिसिस की छह मशीनें काम कर रही हैं।
बीआरडी में डायलाइजर, फिस्टुला निडिल, ब्लड लाइनर चार महीने से भी ज्यादा समय से खत्म था। डायलिसिस कराने वाले मरीजों को यह सभी सामान बाहर से खरीदने पड़ रहे थे। दैनिक जागरण ने डायलिसिस यूनिट में सामग्री की कमी की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। शुक्रवार को नेहरु चिकित्सालय स्थित पीताम्बरा फार्मेसी से लोकल परचेजिंग कर सभी सामान खरीदे गए।
जेम पोर्टल पर न होने से दिक्कत
सरकारी विभागों को जेम पोर्टल के माध्यम से सामान खरीदने हैं। डायलिसिस में इस्तेमाल होने वाली सामग्री का जिक्र जेम पोर्टल पर न होने के कारण यह सामान खरीदे नहीं जा पा रहे हैं। पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इन सामग्रियों की खरीद के लिए निविदा आमंत्रित की थी,लेकिन सिर्फ एक कंपनी ही आई। इस कारण निविदा निरस्त कर दी गई।
अब नहीं होगी असुविधा
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. गणेश कुमार का कहना है कि जेम पोर्टल (गवर्नमेंट ई मार्केटिंग) पर डायलाइजर व डायलिसिस तथा अन्य दवाओं का ब्योरा न होने के कारण खरीद नहीं हो सकी। दो बार निविदा आमंत्रित की गई, लेकिन सिर्फ एक कंपनी ही आई। लोकल परचेजिंग से सामग्री मंगा ली गई है। दो मशीनों को भी ठीक करा दिया गया है। किसी को असुविधा नहीं होने दी जाएगी।