डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा, बदले माहौल में निवेशकों की पसंद बन रहा उत्तर प्रदेश Gorakhpur News
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश में पहले लोग गुण्डों से खौफ खाते थे लेकिन अब सरकार से गुण्डे खौफ खा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में माहौल बदल रहा है और इस बदले माहौल में यह प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में माहौल बदल रहा है और इस बदले माहौल में यह प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। प्रदेश में पहले लोग गुण्डों से खौफ खाते थे लेकिन अब सरकार से गुण्डे खौफ खा रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित पूर्वांचल का सतत विकास : मुद्दे, रणनीतियां एवं भावी दिशा विषयक संगोष्ठी के विनिर्माण सेक्टर के सातवें तकनीकी सत्र को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुदृढ़ कानून व्यवस्था के कारण विकास का माहौल बन रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे व गंगा एक्सप्रेस वे शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएंगे। प्रदेश में कई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन रहे हैं या प्रस्तावित हैं।
उन्होंने कहा कि ईज आफ डूईंग बिजनेस में ऊंची छलांग लगाकर प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है। प्रदेश निवेशकों का पसंदीदा स्थल है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद 67 स्टेट हाइवे बनाए गए। इको फ्रेंडली सड़कें बनायी जा रही हैं। हर्बल रोड और प्लास्टिक एवं अन्य वेस्ट से बनने वाली सड़कें इसका सबूत हैं। प्रदेश में हर मजरे को पास की मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा। लोगों को प्रेरित करने के लिए शहीदों, टापर विद्यार्थियों और नामचीन लोगों के नाम से सड़कें बन रही हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यहां तीन दिन के मंथन से निकले निचोड़ को जमीनी हकीकत देने के लिए मिल-जुलकर बैठेंगे। यहां से निकले नतीजों पर अमल कर पूर्वांचल की तरक्की को और तेज किया जाएगा। कार्यक्रम में विभाग के प्रमुख सचिव नितिन गोकर्ण, चीफ इंजीनियर एस पी सिंह, मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय के सिविल विभाग के हेड प्रो श्रीराम चौरसिया और जेपी पांडेय आदि ने भी अपने विचार रखे।
नौकरी सृजक बनने की चाहत पैदा करें युवा: प्रो. श्रीनिवास
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और आइआइटी कानपुर के आचार्य प्रो. श्रीनिवास सिंह ने राष्ट्रीय वेबिनार में सामाजिक क्षेत्र के आठवें तकनीकी सत्र के दौरान अपने अध्यक्षीय संबोधन में टिकाऊ कृषि व्यवस्था पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है, इसलिए हमें इसे लेकर सजग रहना होगा।
प्रो. सिंह ने युवाओं से अपील की कि वह नौकरी की चाहत रखने के साथ-साथ नौकरी सृजक बनने की चाहत भी रखे। ऐसा करने पर बेरोजगारी और प्लेसमेंट की चुनौती से निजात मिलेगी। राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय अयोध्या के डा. एनके चैधरी ने कहा कि हमें तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के विकास पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने भविष्य में किए जाने वाले कौशल मानचित्रण और कौशल अंतर विश्लेषण पर भी बल दिया। साथ ही नियोक्ता और श्रमिकों की मांग को ध्यान में रखने की बात भी कही। आजमगढ़ इंजीनियरिंग कालेज के निदेशक प्रो. सत्यप्रकाश पांडेय ने बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए तकनीक के उन्नयन पर कार्य करने को लेकर अपना पक्ष रखा।
बताया कि तमाम राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियां प्रदेश में निवेश की इच्छुक हैं। सीएसआइआर की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. जयंती त्रिवेदी ने गांव-गांव में बायोडीजल विषय पर कहा कि इसके उत्पादन के व्यवसायीकरण के लिए तरह-तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। ललित कला के शोधछात्र सूरज चैहान ने पूर्वांचल के बाल और महिला विकास में विज्ञान की भूमिका पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। फारेस्ट पैथालोजी के वैज्ञानिक डा. अमित पांडेय ने पूर्वांचल में साखू के पेड़ों के सूखने के पैथालोजिकल कारणों के बारे में जानकारी दी। वेबिनार को सेंटर फार रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डा. बीएन सिंह, सहायक कंजर्वेटर संजय मल्ल आदि ने संबोधित किया।