Gorakhpur Vaccination: तीन दिन में एक भी गर्भवती को जागरूक नहीं कर सका विभाग
शुरुआत में गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को टीका न लगवाने की सलाह दी गई थी। लेकिन एक माह पहले सरकार ने इन्हें भी टीका लगवाने की अनुमति प्रदान कर दी। लेकिन तीन दिनों में किसी भी गर्भवती को टीका लगने की सूचना नहीं है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोविड टीकाकरण अभियान आधी आबादी पीछे छूट रही है। अभी तक 11 लाख से अधिक लोगों को टीका लग चुका है। इसमें लगभग 6.31 लाख पुरुष व 4.70 लाख महिलाएं शामिल हैं। महिलाओं का टीकाकरण ग्राफ बढ़ाने के लिए पिछले गुरुवार से स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं का भी टीकाकरण शुरू कर दिया है लेकिन तीन दिन में कोई गर्भवती या स्तन पान कराने वाली माताएं टीकाकरण के लिए आगे नहीं आई हैं।
16 जनवरी से शुरू हुआ है टीकाकरण
टीकाकरण अभियान जनपद में 16 जनवरी से शुरू हुआ है। पहले स्वास्थ्य कर्मियों का टीकारण शुरू हुआ। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्करों का। अब आम लोगों को टीका लगाया जा रहा है। शुरुआत में गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को टीका न लगवाने की सलाह दी गई थी। लेकिन एक माह पहले सरकार ने इन्हें भी टीका लगवाने की अनुमति प्रदान कर दी। गुरुवार से गोरखपुर के सभी बूथों पर गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को टीका लगाने की व्यवस्था की गई है। लेकिन तीन दिनों में ऐसी किसी एक भी महिला को टीका लगने की सूचना स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है।
पहली तिमाही के गर्भवती के बारे में पता नहीं चल पाता
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने कहा कि दूसरी-तीसरी तिमाही के गर्भवती को देखने से पता चल जाता है लेकिन पहली तिमाही के गर्भवती को देखने से उनके बारे में कुछ पता नहीं चल पाता है। ऐसी गर्भवती को बूथों पर अपने बारे में बताना चाहिए। फिलहाल दूसरी-तीसरी तिमाही की गर्भवती को भी टीका लगने की सूचना नहीं है। स्तनपान कराने वाली माताएं यदि ब'चे को गोद में लेकर आएं तो पता चल जाता है लेकिन अभी तक किसी स्तनपान कराने वाली माता को भी टीका नहीं लगा है। कोविड रिपोर्ट कार्ड पर गर्भवती या स्तनपान करोन वाली माताओं का कोई कालम नहीं है, इसलिए भी पता नहीं चल पाता है। संभव है वे लोग टीका लगवाने आईं और उन्होंने बिना बताए टीका लगवा लिया हो।
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय का कहना है कि जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। हमारी टीमें अन्य लोगों के साथ ही गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को भी कोविड टीकाकरण के बारे में जागरूक व प्रेरित कर रही हैं। शीघ्र ही इनकी संख्या बढ़ जाएगी।