एसआइटी की जांच में बढ़ेगी आरोपितों की संख्या
अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा कर शिक्षकों की नियुक्ति का मामला फरार चल रहे अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी ने बिछाया जाल
जागरण संवाददाता, देवरिया : जिले के दो अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश होने के बाद मामले की जांच कर रही एसआइटी के जांच का दायरा बढ़ गया है। एसआइटी की जांच में कुछ और अधिकारी, शिक्षक व कर्मचारियों का नाम प्रकाश में आने की संभावना है। 19 के अलावा कुछ कर्मचारी व अधिकारी आरोपित बनाए जाएंगे। इसकी तैयारी एसआइटी ने शुरू कर दी है। उधर एसआइटी के जांच का दायरा बढ़ते ही फर्जीवाड़ा कर नियुक्ति करने वाले प्रबंधक व शिक्षकों में खलबली मच गई है।
एसटीएफ ने लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन व सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय में फर्जी अनुमोदन पत्र के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति व भुगतान का पर्दाफाश किया है। वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 19 लोगों को एसटीएफ ने आरोपित बनाया है। इस मामले में बीएसए कार्यालय के चपरासी समेत पांच आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं। अब एडीजी के निर्देश पर एसआइटी का गठन कर पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ गया है। जनपद के लगभग आठ विद्यालय एसआइटी के जांच के दायरे में आ गए हैं और बीएसए से उनके कागजात तलब किए गए हैं। साथ ही गायब रजिस्टर व रजिस्टर के पन्ने के लिए भी पुलिस अब दबाव बनाने लगी है। गायब रजिस्टर व पन्ने में ही कई लोगों की कुंडली छुपी हुई है। उसके मिलते ही कई अधिकारी, कर्मचारी व शिक्षक आरोपित बन जाएंगे। वित्त एवं लेखाधिकारी के मोबाइल बंद होने के चलते उसका लोकेशन नहीं मिल पा रहा है। बीएसए कार्यालय में तैनात कुछ कर्मचारी व अधिकारी के आय पर भी अधिकारियों की नजर टिकी हुई है। एसआइटी के अध्यक्ष श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि जांच की गति बढ़ा दी गई है। जल्द ही कुछ नाम और प्रकाश में आ जाएंगे।