सरयू फिर खतरे के निशान से ऊपर,राप्ती व गोर्रा उफान पर
खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर पहुंची सरयू नदी भदिला प्रथम गांव बाढ़ के पानी से घिरा गया
जागरण संवाददाता, बरहज,देवरिया: सरयू नदी बुधवार को तीसरी बार खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नदी के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से तटवर्ती गांव के लोगों में बाढ़ को लेकर दहशत है। भदिला प्रथम गांव बाढ़ के पानी से घिरा गया है।
बुधवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 66.60 मीटर पर बह रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर है। 15 जुलाई को दूसरी बार सरयू नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ था। 16 जुलाई को नदी खतरे के निशान को दूसरी बार पार की थी। 66.65 मीटर पर जलस्तर पहुंचने के बाद 19 जुलाई को स्थिर हो गई। 20 जुलाई से जलस्तर घटने लगा और तीसरी बार बुधवार को नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के लोगों बाढ़ को लेकर चितित हैं। राप्ती और गोर्रा लाल निशान की ओर
रुद्रपुर : क्षेत्र से प्रवाहित होने वाली राप्ती और गोर्रा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गोर्रा खतरे के निशान से महज एक मीटर और राप्ती एक मीटर तीस सेंमी दूर रह गई है। जलस्तर बढ़ने से तिघरा-मराक्षी तटबंध,पिड़रा-भुसउल,पलिया-छपरा,नगवां-छपरा,सिलहटा तटबंध समेत तटवर्ती गांवों सिलहटा,रतनपुर,बहोरादलपतपुर,नरायनपुर औराई की तरफ कटान का खतरा और बढ़ गया है।
बुधवार की शाम राप्ती गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप 69.20 और गोर्रा गेज प्वाइंट पिड़रा के समीप 69.50 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। बाढ़ विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 1998 में प्रलयकारी बाढ़ के समय लाल निशान 70.50 मीटर पर निर्धारित किया गया है। इसके करीब जलस्तर आने से क्षेत्र के 52 गांवों के करीब दो लाख लोगों के लिए खतरे की घंटी है। जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर तटवर्ती गांवों के लोगों की चिता बढ़ा दी है।
पिड़राघाट के समीप कटान कर रही गोर्रा
रुद्रपुर : क्षेत्र में नदियों के कटान का भयावह रूप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गोर्रा समीप के रतनपुर गांव के समीप कटान करने के साथ ही पिड़राघाट पुल के समीप पिड़रागांव समीप कटान कर रही है। नदी का जलस्तर ज्यों ही थोड़ा कम होता है नदी की कटान शुरू हो जाती है। लोगों का कहना है कि नदी कटान कर रही है। बाढ़ विभाग ने पुल के पीलर पर गेज स्थल भी बनाया हैं। कटान रोकने के लिए नदी के दोनों तरफ ठोकर के अलावा बंबई क्रेटस के साथ अगर बोल्डर पिचिग करा दी जाय तो कटान से राहत मिल जाती। गांव को कटान से बचाव के लिए इंतजाम किए गए हैं। ग्रामीणों को भयभीत होने की आवश्यकता नही हैं। बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है।
संजीव कुमार उपाध्याय
एसडीएम रुद्रपुर देवरिया ::::