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देवरिया के सांसद ने कहा, आत्मनिर्भर भारत में युवा उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका

देवरिया के सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि ब्रांड इंडिया को नयापन प्रदान करते हुए इसकी पुन कल्पना करनी होगी तथा आत्मनिर्भर भारत के लिए साहसी युवा उद्यमियों के माध्यम से नवीन उद्योगों की स्थापना करना होगा स्वरोजगार स्वयं उत्पन्न करना होगा।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 09:30 AM (IST)
देवरिया के सांसद ने कहा, आत्मनिर्भर भारत में युवा उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका
जिला पंचायत सभागार में गोष्ठी को संबोधित करते सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया के सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि ब्रांड इंडिया को नयापन प्रदान करते हुए इसकी पुन: कल्पना करनी होगी तथा आत्मनिर्भर भारत के लिए साहसी युवा उद्यमियों के माध्यम से नवीन उद्योगों की स्थापना करना होगा, स्वरोजगार स्वयं उत्पन्न करना होगा, तभी बनेगा उद्यमी भारत, उत्कृष्ठ भारत। डा. त्रिपाठी जिला पंचायत सभागार में जागृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में उद्यमिता से ग्रामीण विकास विषय पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

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सभी को बढ़ना होगा स्वउद्यम की तरफ

डा. रमापति राम त्रिपाठी ने कहा कि आत्म निर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए रोजगार देने वाला बनें। इसके लिए सभी को स्वउद्यम की तरफ आगे बढ़ना होगा। सांसद डा. त्रिपाठी ने कहा कि जागृति सेवा संस्थान द्वारा पूर्वांचल के ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को आगे लाने एवम् उनके विकास, और बेरोजगारी का समाधान करने का संभावित तरीका युवाओं को उद्यमी बनाने और अपना स्वयं का कारोबार स्थापित करने के लिए उपयुक्त पारितंत्र का विकास करना सराहनीय कदम है। डा.त्रिपाठी ने कहा कि 'ब्रांड इंडिया' को नयापन प्रदान करते हुए इसकी पुन: कल्पना करने तथा समाप्त हो रहे उद्योगों का पुनरुद्धार करने की भी आवश्यकता है। आज देश की केंद्र सरकार द्वारा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना भी इसलिए बनाया गया कि इससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिले। सदर विधायक डा. सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि छोटे और मझौले उद्यम आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, उद्यमशीलता को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए लघु और मध्यम उद्यमों तथा कुटीर उद्योगों के अनुकूल पारितंत्र विकसित करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि बड़े उद्योगों को सुविधाएं प्रदान करना।

ग्रामीण क्षेत्राें का विकास करना ही लक्ष्य

जागृति यात्रा के अध्यक्ष शशांक मणि त्रिपाठी ने कहा कि संस्थान के माध्यम से पूर्वांचल का उद्यमिता से ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना लक्ष्य है। पूर्वांचल एक सघन आबादी वाला क्षेत्र है। यह संस्थान स्वयं एवम समाज के लिए एक अवसर प्रदान करता है। आगामी दिनों में 3500 उद्यमियों को जोड़ने का लक्ष्य है। जागृति लाइब्रेरी के माध्यम से विलुप्त होती पुरानी संस्कृतियों को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य है। ग्रामीण परिवेश से ग्राम प्रधान भाइयों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में ही उद्यमिता उत्पन्न करना है।

विस्तृत रूप से विशेष कार्यों को बताया

जागृति कोर के मुंबई की प्रांचल, सत्याशा, शिल्पी, विभूति, प्रखर, आशुतोष मिश्र, अभिषेक भारद्वाज, रजत, आनंद ने जागृति संस्थान द्वारा उद्यमिता के क्षेत्र में किए विशेष कार्यों को विस्तृत रूप से लोगों को बताया। संगोष्ठी में प्रमुख रूप से पूर्व विधान परिषद सदस्य महेंद्र यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख शैलेश त्रिपाठी, संजय राव, गिरिजेश मणि त्रिपाठी आदि ने भी अपनी बात रखी। संचालन प्रीति पांडेय ने किया। इस अवसर पर सत्येंद्र मणि त्रिपाठी, सीपी सिंह सत्यप्रकाश पांडेय, प्रमोद सिंह, पवन मिश्र, राधेश्याम शुक्ला आदि उपस्थित रहे।


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