देवरिया काड : मेडिकल रिपोर्ट लेकर लखनऊ वापस हुई जांच टीम
बालिका गृह से बरामद 23 बच्चों की मेडिकल जाच की रिपोर्ट लेकर टीम मंगलवार को लखनऊ रवाना हो गई।
गोरखपुर : एक दिन पूर्व देवरिया के बालिका गृह से बरामद 23 बच्चों की मेडिकल जाच रिपोर्ट मंगलवार को लेने के बाद जाच टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई। जाच टीम यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेगी। जाच टीम के लखनऊ रवाना होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सास ली। हालाकि लखनऊ के अधिकारी घटना से जुड़ी हर पहलू की पल-पल की जानकारी अधिकारियों से ले रहे हैं। इस दौरान 23 बच्चों को पुलिस ने महिला चिकित्सकों की टीम के सामने प्रस्तुत किया।
बता दें कि एक दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय के निर्देश पर पुलिस ने छापेमारी कर बालगृह बालिका से 23 बच्चों को बरामद किया था। इसमें 20 लड़कियां व 3 लड़के थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से जाच करने अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार व एडीजी महिला हेल्पलाइन अंजू गुप्ता सोमवार को पहुंचीं और जाच रिपोर्ट के साथ मंगलवार को लखनऊ के लिए रवाना हो गई। सभी बच्चों का मेडिकल परीक्षण देर रात तक किया गया। जिसमें सामान्य रूप से तो सभी का मेडिकल परीक्षण किया गया। लेकिन शारीरिक परीक्षण के दौरान तीन लड़कियों ने अंदरूनी जाच से मना कर दिया। चिकित्सकों ने सभी 17 लड़कियों का स्वाब से स्लाइड तैयार किया। सभी की जाच रिपोर्ट की फाइल तैयार की गई। इसकी मूल कॉपी जाच टीम अपने साथ ले गई। इसके अलावा बरामद सभी लड़कियों व लड़कों का जाच टीम ने बयान भी दर्ज किया।
यह स्लाइड प्रयोगशाला लखनऊ फोरेंसिक जाच के लिए जाएगा। जाच रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी की इनका सेक्सुअल रिलेशन है या नही। जाच में इतनी सख्ती बरती गई कि सीएमओ डा. धीरेंद्र कुमार, जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा. छोटेलाल, एडिशनल सीएमओ डा. सुरेंद्र सिंह, बालरोग विशेषज्ञ डा. आर के श्रीवास्तव को भी दोनो महिला उच्चाधिकारियों ने जाच हो रहे कमरे से बाहर बैठा दिया। चिकित्सकों समेत सभी को जाच टीम ने निर्देश दिया कि मामला बेहद संवेदनशील है, इस मामले को लेकर गंभीरता बरतें। इसे लेकर सभी चिकित्सकों में हड़कंप है। कोई कुछ भी बोलने को तैयार नही है। इसके अलावा सभी 23 बच्चों का एक्सरे जिला चिकित्सालय में डा. केसी राय व रमेश यादव ने किया। जिससे उनकी वास्तविक उम्र का पता चल सके। कुल 20 लड़कियों में 10 बालिग और 10 नाबालिग हैं। उधर, मेडिकल परीक्षण करने के बाद सीएमएस डा. माला कुमारी सिन्हा, महिला चिकित्सक डा. अल्पना रानी गुप्ता, डा. हर्षिता, डा. स्वरूपमा यादव को जाच टीम ने भोर में बुलाया और उनसे आवश्यक जानकारी ली।
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जांच के दौरान भूखे रहे बच्चे
महिला चिकित्सालय में मेडिकल जाच के दौरान सभी बच्चे भूखे रहे। महिला चिकित्सालय से बच्चे एक्सरे के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचे तो भूख प्यास से तड़प रहे बच्चों को स्वास्थ्य कर्मियों व पुलिस कर्मियों ने बिस्किट व पानी पिलाया। जिससे उन्हें कुछ राहत मिली। सभी अधिकारी जाच के दौरान अपने काम मे इस कदर व्यस्त रहे कि बच्चों की भूख का उन्हें ध्यान ही नही रहा। इसे लेकर वहा मौजूद लोगो ने नाराजगी जताई।