देवरिया कांड : एडीजी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी से की पूछताछ
बालिका गृह सेक्स रैकेट काड की जाच करने देवरिया पहुंचे एडीजी क्राइम
गोरखपुर : बालिका गृह सेक्स रैकेट काड की जाच करने शुक्रवार को एडीजी (क्राइम) संजय सिंघल ने देवरिया स्थित डाक बंगला से पुलिस लाइन के मनोरंजन गृह पहुंचे और जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार से पूछताछ की। साथ ही महिला इंस्पेक्टर शोभा सिंह व सरोज शर्मा से भी कई जानकारिया लीं। उधर, कुछ अन्य लोगों को भी एसआइटी ने पूछताछ के लिए पुलिस लाइन में बुलाया है।
देवरिया काड की जाच करने दस अगस्त से देवरिया में एडीजी (क्राइम) संजय सिंघल के नेतृत्व में एसआइटी जमी हुई है। हालाकि ग्यारह अगस्त को शासन को रिपोर्ट देने के लिए एडीजी लखनऊ वापस हो गए थे। गुरुवार की रात एडीजी (क्राइम) संजय सिंघल एक बार फिर देवरिया पहुंचे और एसआइटी में शामिल आइपीएस पूनम व भारती सिंह के अलावा एसटीएफ टीम के सदस्यों व इंस्पेक्टर बृजेश यादव से अभी तक की प्रगति के बारे में देर रात तक जानकारी ली। साथ ही आवश्यक निर्देश देने के बाद रात को बालिका गृह के पास पहुंच कुछ लोगों से पूछताछ भी किया। शुक्रवार की सुबह एडीजी पौने ग्यारह बजे पुलिस लाइन आइपीएस पूनम व भारती सिंह के साथ पहुंचे और अभी तक के मुकदमे संबंधित कटे पर्चे का अवलोकन किया। कुछ गाड़ी मालिकों को भी आज भी बुलाया गया है, जिनके वाहनों का प्रयोग काड की मुख्य आरोपित गिरिजा त्रिपाठी ने कहीं जाने के लिए प्रयोग किया था। बताया जा रहा है कि एसआइटी की विवेचना में कुछ नए तथ्य भी सामने आए हैं। एसआइटी में शामिल सूत्रों का कहना है कि मान्यता स्थगित होने के बाद 31 जुलाई 2017 को संस्था के खाते में साढ़े नौ लाख के करीब रुपये भेजे गए हैं, इसके अलावा 2018 में भी संस्था के खाते में ट्रेजरी से लगभग दस लाख रुपया भेजा गया है। हालाकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। एसआइटी में शामिल सूत्रों का कहना है कि कई और राज भी सामने आने वाले हैं।