UP by-election: देवरिया में सभी दलों ने ब्राह्मण प्रत्याशी उतारा
अभी तक विभिन्न नामों को लेकर लोगों के बीच चर्चाएं चल रही थी लेकिन नाम की घोषणा के बाद अब एक ही जाति ब्राह्मण के नाम को लेकर चर्चा हो रही है वजह प्रमुख दल भाजपा सपा बसपा व कांग्रेस के प्रत्याशी ब्राह्मण चेहरे हैं।
देवरिया, जेएनएन। देवरिया विधान सभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के नामांकन पत्र दाखिल करने के महज दो दिन पहले आखिरकार मैराथन मंथन के बाद भारतीय जनता पार्टी ने डा.सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उधर समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी को मैदान में उतार कर चुनावी समर को और रोचक बना दिया है।
बुधवार को सपा व भाजपा ने प्रत्याशियों की घोषणा की। जिससे सियासी तापमान बढ़ गया है। अभी तक विभिन्न नामों को लेकर लोगों के बीच चर्चाएं चल रही थी, लेकिन नाम की घोषणा के बाद अब एक ही जाति ब्राह्मण के नाम को लेकर चर्चा हो रही है, वजह प्रमुख दल भाजपा, सपा, बसपा व कांग्रेस के प्रत्याशी ब्राह्मण चेहरे हैं, इस बार के चुनाव में सभी दलों ने ब्राह्मण चेहरे देकर सियासी गलियारे में नया संदेश देने की कोशिश की है, यह बात दीगर है कि बसपा प्रत्याशी पिछले चुनाव में भी मैदान में थे और दोबारा उसी चेहरे को बसपा ने फिर उतारा है।
कांग्रेस ने भी ब्राह्म्ण प्रत्याशी को चुनावी समर में उतारने की रणनीति को मूर्तरूप दिया। एसोसिएट प्रोफेसर हैं डा. सत्य प्रकाश भाजपा प्रत्याशी डा. सत्य प्रकाश मणि मूल रूप से बैतालपुर के निकट उधोपुर गांव निवासी तथा संत विनोवा पीजी कालेज में राजनीति विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं तथा भाजपा के पथरदेवा मंडल के प्रभारी हैं। विभिन्न संस्थाओं में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। यह जिला पंचायत के सदस्य भी रहे हैं। पांच बार विधायक, दो बार रहे मंत्री ब्रहमाशंकर त्रिपाठी पांच बार विधायक व दो बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
1989 में विधान सभा क्षेत्र कसया से जनता दल से, 1993 में भी कसया से जनता दल से विधायक बने। वर्ष 2002, व 2007 में सपा के टिकट पर कसया से जीत दर्ज किए। 2003 में सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। उनके पास होमगार्ड, सैनिक व पीआरडी विभाग रहा। 2012 में परिसीमन के बाद भौगोलिक स्थिति बदली और कुशीनगर विधान सभा क्षेत्र से सपा से चुनाव लड़े और जीते। 2017 में कुशीनगर से सपा की सीट से चुनाव लड़े और हार गए।