जिले में बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप, मच्छरों से निजात के लिए सैनिटाइज कराया जाएगा पूरा शहर
जिले में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ रहा है। मरीजों की संख्या बढ रह है। इससे निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने शहर को सैनिटाइज कराने का फैसला िलिया है। मच्छरों को मारने वाले रसायनों का 14 सितंबर को छिडकाव किया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जनपद में डेंगू ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। इस बीमारी की प्रमुख वजह मच्छर होते हैं। उनसे निजात दिलाने के लिए पूरे शहर को सैनिटाइज कराने का फैसला लिया गया है। नगर निगम ने सोडियम हाइपो क्लोराइट के घोल से सैनिटाइज कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। 14 सितंबर को 35 वाहनों की सहायता से शहर के 70 वार्डों में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा। मच्छरों और गंदगी पर प्रहार करने के लिए शुरू किए जा रहे इस अभियान में चूना, मैलाथियान के साथ ही जलभराव वाली जगहों में मोबिल का भी छिड़काव किया जाएगा।
शहर में पहले से चल रहा विशेष स्वच्छता अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नगर निगम प्रशासन पहले से ही विशेष स्वच्छता अभियान चला रहा है। इसके तहत रोजाना पांच वार्डों का चयन कर 50-50 सफाईकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। यह सफाईकर्मी पहले से काम कर रहे सफाईकर्मियों के अलावा होते हैं। यानी एक वार्ड में 80-90 सफाईकर्मी एक साथ काम कर रहे हैं। इससे वार्ड के ज्यादातर हिस्से को साफ कर लिया जा रहा है।
संचारी रोगों से लडने के लिए बुलाई गई बैठक
13 सितंबर को एनेक्सी भवन में सफाई और मातृ एवं शिशु सुरक्षा से जुड़े विभागों के अफसरों व कर्मचारियों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में संचारी रोगों से लडऩे की बनाई गई कार्ययोजना की सभी को जानकारी दी जाएगी। साथ ही बताया जाएगा कि किस विभाग को क्या जिम्मेदारी दी गई है। 14 सितंबर से सभी विभागों को फील्ड में उतरकर स्वच्छता अभियान में जुट जाना होगा।
नगर निगम परिसर से रवाना होगी टीम
सैनिटाइजेशन और सफाई से जुड़ी टीम 14 सितंबर को नगर निगम परिसर से रवाना होगी। महापौर सीताराम जायसवाल हरी झंडी दिखाकर टीम को रवाना करेंगे। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि 35 सैनिटाइजेशन वाहनों को नगर निगम परिसर से रवाना किया जाएगा। इसके लिए महापौर की अनुमति ली जा चुकी है। पूरे शहर को सैनिटाइज करने का अभियान लगातार जारी रहेगा। साथ ही जलभराव वाले इलाकों में खास तौर से अभियान चलाया जाएगा। मच्छरों के पनपने वाले स्थानों के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटी लार्वल का स्टाक कर लिया गया है।