संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्रियों की भी होगी जांच Gorakhpur News
बेसिक शिक्षा निदेशालय के अनुसार गोरखपुर में 276 प्राथमिक शिक्षकों की डिग्री संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की है। अब इनकी जांच होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। आगरा विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हासिल करने वाले प्राथमिक शिक्षकों पर शिकंजा कसने के बाद शासन ने अब संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी की डिग्रियों की जांच का निर्णय लिया है। शासन के दिशा-निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग गोरखपुर ने जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जनपद में 276 प्राथमिक शिक्षकों ने हासिल की है संपूर्णानंद विश्वविद्यालय से डिग्री
बेसिक शिक्षा निदेशालय के अनुसार गोरखपुर में 276 प्राथमिक शिक्षकों की डिग्री संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की है। विभाग ने अभिलेखों की जांच के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। जानकारों का कहना है कि आगरा की तरह संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की डिग्रियों में भी फर्जीवाड़ा की आशंका बनी हुई है। वर्ष 2004 से 2014 तक के संपूर्णानंद की पूर्व मध्यमा, उ'चतर मध्यमा, शास्त्री और आचार्य की समस्त डिग्रियों की जांच होगी।
मानव संपदा पोर्टल से चिन्हित हुए शिक्षक
मानव संपदा पोर्टल पर अपना विवरण लोड करने वाले शिक्षकों के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। आगरा विश्वविद्यालय के बाद सबसे अधिक शिकायतें संपूूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से जुड़ी है। शिकायतों के बाद बेसिक शिक्षा निदेशालय ने मानव संपदा पोर्टल से 276 शिक्षकों की सूची तैयार कर बेसिक शिक्षा विभाग गोरखपुर को भेजी है।
इन ब्लाकों में तैनात हैं चिन्हित शिक्षक
जनपद के उरुवा विकास खंड के प्राथमिक स्कूलों में तैनात शिक्षकों में 11 शिक्षकों के पास संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की डिग्री है। इसी तरह से संपूर्णानंद विश्वविद्यालय से डिग्री हासिल करने वाले शिक्षकों में बड़हलगंज के 23, बेलघाट के 24, भटहट के 1, ब्रह्मपुर में 11, कैम्पियरगंज में 25, चरगांवा में 10, गगहा में 24, गोला में 22, गोरखपुर नगर में 4, जंगल कौडिय़ा में 4, कौड़ीराम में 26, खजनी में 12, खोराबार में 1, पाली में 3, पिपराइच में 16, पिपरौली में सात, सहजनवां में 20 एवं सरदारनगर में 10 शिक्षक शामिल हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग कराएगा सत्यापन, खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया निर्देश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह का कहना है कि संपूूूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने वाले शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन का निर्देश मिला है। खंड शिक्षा अधिकारियों को चिन्हित 276 शिक्षकों की सूची भेज दी गई है। ब्लॉक पर इनका सत्यापन कर सूची शासन को भेजी जाएगी।