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जीव‍ित व्‍यक्‍ति का बना द‍िया मृत्‍यु प्रमाण पत्र, नगर न‍िगम ने शुरू की कार्रवाई

गोरखपुर के रेल विहार निवासी राकेश कुमार पांडेय की मौत की पुष्टि करने वाले गवाहों का भी फंसना तय है। नगर निगम ने दोनों गवाहों सुपरवाइजर और राकेश के बड़े भाई राजेश मोहन पांडेय को नोटिस जारी कर दिया है। सभी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 19 Dec 2021 01:59 PM (IST)Updated: Sun, 19 Dec 2021 09:04 PM (IST)
जीव‍ित व्‍यक्‍ति का बना द‍िया मृत्‍यु प्रमाण पत्र, नगर न‍िगम ने शुरू की कार्रवाई
गोरखपुर में फर्जी तरीके से मृत्‍यु प्रमाण पत्र बनवाने का मामला सामने आया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। राप्तीनगर फेज चार के रेल विहार निवासी राकेश कुमार पांडेय की मौत की पुष्टि करने वाले गवाहों का भी फंसना तय है। नगर निगम ने दोनों गवाहों, सुपरवाइजर और राकेश के बड़े भाई राजेश मोहन पांडेय को नोटिस जारी कर दिया है। सभी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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आवेदक बड़े भाई, दो गवाहों और सुपरवाइजर भी नगर निगम ने कसा शिकंजा

मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आवेदन मिलने पर सुपरवाइजर को मौके पर जांच के लिए भेजा जाता है। सुपरवाइजर अपने स्तर से तो जांच करता ही है, दो गवाहों से पुष्टि भी कराता है। सुपरवाइजर की संस्तुति के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। राकेश कुमार पांडेय के मामले में उनके बड़े भाई राजेश मोहन पांडेय ने मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आवेदन किया था।

यह है मामला

राप्तीनगर फेज-4 रेल विहार निवासी राकेश कुमार पांडेय को नगर निगम के रिकार्ड में मृतक दर्शाते हुए मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है। राकेश के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए उनके सगे बड़े भाई राजेश मोहन पांडेय ने आवेदन किया था। कुछ दिनों पहले राकेश कुमार पांडेय नगर आयुक्त अविनाश सिंह से मिल कर बताया कि वह जिंदा हैं फिर भी नगर निगम ने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। उनकी उम्र 49 साल है लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र में उन्हें अविवाहित दर्शाते हुए उम्र भी 35 साल दिखाई गई है। नगर आयुक्त ने मामले की तत्काल जांच कराने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

कर वसूली में नहीं थी रुचि, नायब मोहर्रिर निलंबित

कर वसूली में रुचि न लेने वाले कर्मचारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने नायब मोहर्रिर विवेक कुमार को निलंबित कर दिया है। विवेक को कम कर वसूली पर कई बार चेतावनी दी गई थी। इसके साथ ही कम कर वसूलने वाले दो राजस्व निरीक्षकों व एक कर निरीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नगर आयुक्त ने सभी पांच जोन में कर वसूली की समीक्षा की। नगर आयुक्त ने बताया कि विवेक कुमार को निलंबित कर जांच मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को सौंपी गई है। निलंबन अवधि में विवेक मुख्य कार्यालय से संबद्ध रहेंगे। कर निरीक्षक श्रेणी दो निरंजन श्रीवास्तव, राजस्व निरीक्षक अभिषेक कुमार चौधरी व कामेश्वर चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।


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