घर पर ही रहकर निपटा रहे काम, बचे हुए हैं बीमारी से Gorakhpur News
संतकबीर नगर में पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर में लागू हुए लाकडाउन में बड़े पैमाने पर लोग दूसरे राज्यों से वापस अपने घर आए थे। घर पर ही रहकर काम करने की सुविधा दी तो एक वर्ष बाद भी वो घर से ही काम कर रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : संतकबीर नगर जिले में पिछले वर्ष कोरोना की पहली लहर में लागू हुए लाकडाउन में बड़े पैमाने पर लोग दूसरे राज्यों से वापस अपने घर आए थे। कंपनी ने घर पर ही रहकर काम करने की सुविधा दी तो एक वर्ष बाद भी वो दूसरे राज्य नहीं गए बल्कि घर पर ही रहकर आनलाइन काम निपटा रहे हैं और कोरोना बीमारी से भी बचे हुए हैं। अपने परिवार के बीच रहकर वो काम भी कर रहे हैं और परिवार भी चला रहे हैं। बेलहर में काफी लोग इस प्रकार से अपना काम निपटा रहे हैं।
घर से ही कर रहे काम, कंपनी को नहीं है कोई शिकायत
बेलहर के निवासी वरुण कुमार कर्नाटक में आइबीएम कंपनी में बतौर सीनियर एडवाइजरी कंसल्टेंट के रूप में तैनात थे। पिछले वर्ष कोरोना बीमारी फैली तो घर आ गए। कुछ समय बाद से कंपनी से वर्क फ्राम होम काम करने का निर्देश दिया। तभी से वरुण नियमित घर पर ही रहकर कार्य कर रहे हैं। इन्हें एक लाख नौ हजार रुपये मिल रहे हैं। वरुण घर से कामकाज करके खुश हैं। परिवार को भी समय दे पाते हैं तथा रोजगार भी कर रहे हैं। वरुण ने बताया कि घर पर रहकर आनलाइन ही आठ घंटे कार्य करते हैं। कंपनी को कोई शिकायत नहीं है।
परिवार के बीच रहकर कर रहे हैं काम
बेलहर निवासी सचिन राय बंगलोर में पीडब्लूसी में बतौर एसोसिएट तैनात हैं। कोरोना महामारी में पिछले वर्ष लाकडाउन लागू हुआ तो घर लौट आए। कंपनी का कार्य रुकने लगा तो आनलाइन ही कार्य करने का निर्देश मिला। तभी से नियमित घर पर ही रहकर आठ घंटे कार्य करते हैं। इन्हें 65 हजार रुपये वेतन के रूप में मिल रहा है। परिवार के बीच रहकर कार्य करने से पूरा परिवार भी खुश है और कार्य भी प्रभावित नहीं हो रहा है। सचिन का कहना है कि आनलाइन कार्य से करने से काफी फायदा है।